गुमला: उपायुक्त शिशिर कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में आसन्न गर्मी के मद्देनजर गुमला जिलांतर्गत पेयजलापूर्ति व्यवस्था सुदृढ़ करने के संबंध में आईटीडीए भवन परिसर स्थित उपायुक्त के कार्यालय प्रकोष्ठ में बैठक की गई।
बैठक में उपायुक्त ने पीएचईडी विभाग से जिलांतर्गत अवस्थित चापाकलों की जानकारी प्राप्त की। पीएचईडी विभाग द्वारा बताया गया कि जिले में कुल 16000 चापाकल हैं। जिसमें से 12000 चापाकल क्रियाशील हैं। इनमें से 4000 चापाकलों की मरम्मति की आवश्यकता है। वहीं जिले में 560 ऐसे चापाकल हैं जिसकी विशेष मरम्मति विभाग द्वारा की गई है। विदित हो कि 100 की आबादी पर 01 चापाकल निर्माण का प्रावधान है। बैठक में बताया गया कि जिले के घाघरा, पालकोट एवं जारी प्रखंडों में पेयजल की व्यवस्था प्राकृतिक संसाधनों पर निर्भर है। उपायुक्त ने प्रति पंचायत 05-05 चापाकल संबंधित क्षेत्रों के विधायक की अनुशंसा पर लगवाने का निर्देश दिया। इसके साथ ही उन्होंने चापाकल लगाने हेतु स्थल निरीक्षण के पश्चात् इसकी सूची भी उपलब्ध कराने का निर्देश पीएचईडी विभाग को दिया।
बैठक में उपायुक्त ने जिलांतर्गत संचालित जलापूर्ति योजनाओं के अद्यतन स्थिति की समीक्षा की। बताया गया कि वर्तमान में जिले में 07 जलापूर्ति योजनाएं संचालित हैं। जिसमें बसिया प्रखंड में बड़ी जलापूर्ति योजना के लंबित होने से पेयजलापूर्ति बाधित है। इसपर उपायुक्त ने बसिया प्रखंड में पुनः लंबित जलापूर्ति योजना को सक्रिय करने के उद्देश्य से पीएचईडी विभाग को जिले से राशी की मांग हेतु प्राक्कलन तैयार कर समर्पित करने का निर्देश दिया।
उपायुक्त ने नगर प्रबंधक नगर परिषद से शहरी क्षेत्रों में संचालित जलापूर्ति योजनाओं के तहत चापाकलों की अद्यतन स्थिति की समीक्षा की। समीक्षा के क्रम में पाया गया कि शहरी क्षेत्रों में 351 चापाकल हैं। जिसमें से 03 चापाकलों की मरम्मति नगर परिषद द्वारा कराई गई है। उपायुक्त ने 22 वार्डों में वैसे स्थान जहाँ पेयजल की तीव्र समस्या है, उनपर विशेष ध्यान देते हुए जलापूर्ति की सुविधा बहाल करने का निर्देश दिया। इसके साथ ही उपायुक्त ने शहरी क्षेत्रों में घर-घर नल जल कनेक्शन के माध्यम से आच्छादित घरों की जानकारी प्राप्त की। बताया गया कि शहरी क्षेत्रांतर्गत लगभग 11000 की आबादी के आधार पर 2548 घर ही नल जल की व्यवस्था से आच्छादित हैं। इसपर उपायुक्त ने नगर परिषद को वैसी जलापूर्ति योजनाओं का प्रस्ताव बनाकर सरकार को भेजने का निर्देश दिया जिसके तहत नल जल कनेक्शन के माध्यम से शत-प्रतिशत परिवार आच्छादित हो सकें। इसके साथ ही नगर परिषद को शहरी सौंदर्यीकरण, फुटपाथ निर्माण, जलापूर्ति हेतु पुराने पाईप के स्थान पर नए पाइप के अधिष्ठापन आदि के दृष्टिकोण से योजनाओं का प्रस्ताव बनाकर उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।
उपस्थिति
बैठक में उपायुक्त शिशिर कुमार सिन्हा, परियोजना निदेशक आईटीडीए इंदु गुप्ता, उप विकास आयुक्त संजय बिहारी अंबष्ठ, अपर समाहर्त्ता सुधीर कुमार गुप्ता, अधीक्षण अभियंता पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल गुमला, कार्यपालक अभियंता पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल, नगर प्रबंधक नगर परिषद अनंत खलखो, कार्यपालक अभियंता भवन निर्माण विभाग, कनीय अभियंता पीएचईडी व अन्य उपस्थित थे।