उपायुक्त गुमला ने आज आयुष चिकित्सालय तथा जल संसाधन विभाग के कार्यालय का किया औचक निरीक्षण
कार्यालय में अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित पाए गए पदाधिकारियों/ कर्मियों का वेतन किया गया स्थगित
गुमलाः उपायुक्त शिशिर कुमार सिन्हा ने आज आयुष चिकित्सालय तथा जल संसाधन विभाग के कार्यालय का औचक निरीक्षण किया।औचक निरीक्षण के दौरान सदर अस्पताल परिसर स्थित आयुष चिकित्सालय में प्रभारी जिला आयुष पदाधिकारी डॉ.परमहंस प्रसाद एवं कार्यालय के कर्मचारी अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित पाए गए। उपायुक्त ने कार्यालय में दवा वितरण पंजी, मरीज निबंधन पंजी, उपस्थिति पंजी तथा सामग्री पंजी का जाँच किया। जाँच के दौरान मरीज निबंधन पंजी 07 सितंबर 2021 तक संधारित पाया गया। दवा वितरण पंजी में मरीजों को दी जाने वाली दवाईयों का अद्यतन संधारण नहीं पाया गया। साथ ही दवा स्टॉक पंजी में चिकित्सालय में उपलब्ध दवाईयों का अलग-अलग स्टॉक संधारित पाया गया। किंतु सामग्री पंजी में चिकित्सालय के सामग्रियों का स्टॉक पंजी अद्यतन नहीं था।
जाँच एवं निरीक्षण के क्रम में बताया गया कि प्रभारी जिला आयुष पदाधिकारी का मुख्यालय सिसई है तथा वे प्रभारी जिला आयुष पदाधिकारी के अतिरिक्त प्रभार में है। आयुष पदाधिकारी सप्ताह में दो दिन, मंगलवार और शुक्रवार को आयुष चिकित्सालय में अपनी सेवा देते हैं। आयुष कार्यालय में विकास कुमार शर्मा लिपिक सह भंडारपाल के पद पर पदस्थापित हैं, किंतु बिना किसी सूचना के 04 सितंबर से लगातार अनुपस्थित हैं। चिकित्सालय में राजेश कुमार आदेशपाल, क्रेसेनिया एक्का एवं नंदनी देवी रात्री प्रहरी तथा बिहारी किंडो आयुर्वेदिक मिश्रक के पद पर प्रतिनियुक्त हैं। आज औचक निरीक्षण के दौरान आयुर्वेदिक मिश्रक बिहारी किंडो, अनुसेविका नंदनी तथा आदेशपाल राजेश कुमार भी अनुपस्थित पाए गए। उपायुक्त ने सभी अनुपस्थित कर्मियों का अनुपस्थिति अवधि का वेतन स्थगित रखने का निर्देश दिया। साथ ही प्रभारी जिला आयुष पदाधिकारी के अवकाश में रहने का आवेदन कार्यालय में उपलब्ध नहीं रहने पर उनसे स्पष्टिकरण पूछने का निर्देश दिया। उपायुक्त ने चिकित्सालय के भंडारकक्ष, मरीज प्रतीक्षालय में समुचित व्यवस्था का निर्देश दिया। साथ ही चिकित्सालय में शौचालय की साफ-सफाई तथा शुद्ध पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
जल संसाधन कार्यालय का औचक निरीक्षण
उपायुक्त ने औचक निरीक्षण के दौरान डीएसपी रोड स्थित जल संसाधन कार्यालय का भ्रमण कर विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी प्राप्त की। कार्यपालक अभियंता राजकुमार शाह ने बताया कि इस कार्यालय के अंतर्गत 03 जलपथ प्रमंडल संचालित हैं। जलपथ प्रमंडल 01 व 02 के द्वारा अपर शंख जलाशय परियोजना का कार्य देखा जाता है। मुख्यालय प्रमंडल द्वारा सिंचाई के लिए संचालित अन्य जलाशयों का रखरखाव किया जाता है। वर्तमान समय में विभाग द्वारा जिले में सिंचाई के अन्य जलाशयों का कार्य फिलहाल चालू नहीं है।
उन्होंने बताया कि इस कार्यालय में सहायक अभियंता का 01 तथा कनीय अभियंता का 03 पद स्वीकृत है। उपायुक्त ने निरीक्षण के दौरान सहायक अभियंता राधा कृष्ण मिस्त्री एवं कनीय अभियंता गजेंद्र प्रसाद सिंह तथा प्रमोद कुमार से उनके कार्यक्षेत्र के संबंध में जानकारी प्राप्त की। कार्यपालक अभियंता ने बताया कि तीन दिन पूर्व कनीय अभियंता के रूप में एक जेई ने योगदान दिया है, किंतु पूर्व पदस्थापित कार्यालय खूंटी में प्रभार के अदान-प्रदान के लिए आज कार्यालय में उपस्थित नहीं है। औचक निरीक्षण के दौरान जलपथ प्रमंडल 01 व 02 में पदस्थापित कर्मियों के उपस्थिति पंजी का जाँच किया गया। जाँच के क्रम में प्रमंडल 01 के उच्च वर्गीय लिपिक अजीत कुमार, प्रारूपकार चमरू उराँव, कोष रक्षक डेविड तिर्की, अनुसेवक मुकेश भगत, विमला देवी कार्यालय में अनुपस्थित पाए गए। इसी तरह प्रमंडल 02 के अनुसेवक टिंकू कुजूर भी कार्यालय में उपस्थित नहीं थे। उपायुक्त ने कार्यपालक अभियंता को सभी अनुपस्थित कर्मियों का एक दिन का वेतन काटने तथा संबंधित प्रतिवेदन उपायुक्त को प्रतिवेदित करने का निर्देश दिया। साथ ही उनहोंने कार्यपालक अभियंता को कार्यालय परिसर में खराब पड़े वाहनों को नियमसंगत कार्रवाई करते हुए निलाम करने का निर्देश दिया। कार्यालय में साफ-सफाई नियमित रूप से कराने तथा कर्मियों की नियमित उपस्थितिपर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया।
उपस्थिति
उपायुक्त के साथ औचक निरीक्षण के दौरान सदर अनुमंडल पदाधिकार रवि आनंद एवं जिला जनसंपर्क पदाधिकार देवेंद्रनाथ भादुड़ी उपस्थित थे।