शिक्षा अधीक्षक व प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी के साथ बैठक का किया गया आयोजन*
रामगोपाल जेना
चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम जिला समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में जिला उपायुक्त श्री अरवा राजकमल के अध्यक्षता एवं जिला शिक्षा अधीक्षक श्री अनिल चौधरी एवं सभी प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी के उपस्थिति में “पढ़ना-लिखना अभियान” के सफल कार्यान्वयन हेतु बैठक का आयोजन किया गया। इस अभियान के कार्यान्वयन हेतु जिला स्तर पर शासी निकाय का गठन किया जाना है जिसमें अध्यक्ष के रूप में जिला के प्रभारी मंत्री तथा सदस्य सचिव के तौर पर जिला उपायुक्त एवं सदस्य के रूप में क्षेत्र के सांसद, विधायक, जिला परिषद अध्यक्ष एवं जिला शिक्षा अधीक्षक शामिल रहेंगे। बैठक के दौरान अभियान के तहत वालंटियर के रूप में शिक्षकों का चयन तत्पश्चात प्रशिक्षण देने हेतु मास्टर ट्रेनरों का चयन जिसमें पूर्व से संचालित साक्षर भारत कार्यक्रम के जिला/प्रखंड स्तरीय कर्मियों से सहयोग प्राप्त करना, प्रखंड एवं शहरी क्षेत्र के समिति के गठन हेतु जिला स्तर पर टीम का गठन किया जाना, प्राप्त निरक्षरों की सूची को पोर्टल में अंकित करने हेतु स्थान, आवश्यक सामग्री, कंप्यूटर ऑपरेटर का चयन, पंचायत स्तर पर केंद्र का चयन तथा प्रवेशिका एवं शिक्षण सामग्री उपलब्ध करवाने जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तृत रूप से विचार विमर्श किया गया।
बैठक के उपरांत उपायुक्त के द्वारा अभियान के बारे में जानकारी देते हुए बताया गया कि पढ़ना-लिखना अभियान के तहत जिला के 12,000 निरक्षर को साक्षर बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिसमें 15 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के पुरुष एवं महिलाओं को चयनित किया जाना है एवं चयनित लाभार्थी में 25% पुरुष एवं 75% महिलाओं को शामिल किया जाएगा। उन्होंने बताया कि अभियान के तहत प्रमुख रूप से आजीविका मिशन/स्वयं सहायता समूह की महिलाओं, आंगनवाड़ी केंद्र की सेविका/सहायिका की परिवार एवं केंद्र से जुड़ी महिलाओं, विभिन्न क्षेत्रों में कार्य कर रहे श्रमिकों, वन सुरक्षा समिति में शामिल व्यक्ति, स्वास्थ्य सहिया सहित जलसहिया, ग्राम जल एवं स्वच्छता समिति के परिवारजनों को शामिल करते हुए अभियान को संचालित किया जाएगा।