– झारखंड एवं उत्तराखंड की राजनीतिक स्थिति पर हुई चर्चा
अभय पलिवार की रिपोर्ट
गोड्डा: अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की नवनियुक्त सचिव एवं उत्तराखंड कांग्रेस की सह प्रभारी विधायक दीपिका पांडेय सिंह पार्टी में नई जिम्मेवारी मिलने के बाद रेस हो गईं हैं। मंगलवार को उन्होंने नई दिल्ली स्थित एआईसीसी के दफ्तर में झारखंड कांग्रेस के प्रभारी आरपीएन सिंह एवं पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री वेणुगोपाल से शिष्टाचार मुलाकात की।
इस मुलाकात के दौरान एआईसीसी की नवनियुक्त सचिव श्रीमती सिंह ने जहां आरपीएन सिंह से झारखंड की राजनीतिक स्थिति पर चर्चा की, वहीं वेणुगोपाल से उत्तराखंड विधानसभा के अगले वर्ष होने वाले चुनाव को लेकर मंथन किया। पार्टी के दोनों नेताओं ने श्रीमती सिंह को जन्मदिन की बधाई भी दी। मालूम हो कि श्रीमती सिंह का आज 45 वां जन्मदिन है।
पार्टी के राष्ट्रीय संगठन में नई जिम्मेदारी मिलने के बाद झारखंड की तेजतर्रार विधायक दीपिका पांडेय सिंह का राजनीतिक कद स्वाभाविक रूप से काफी बढ़ गया है। साथ ही उत्तराखंड के सह प्रभारी के रूप में उनके समक्ष चुनौती भी बढ़ी है। अगले साल होने वाले उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की सत्ता में पुनः वापसी कराने की जिम्मेदारी महसूस करते हुए श्रीमती सिंह राज्य के पार्टी नेताओं के अलावे पार्टी के राष्ट्रीय पदाधिकारियों के साथ विचार मंथन कर रहीं हैं। उत्तराखंड में भाजपा एवं कांग्रेस के बीच सीधी चुनावी टक्कर होती रही है। 2017 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी आंतरिक कलह से जूझ रही कांग्रेस के हाथ से सत्ता छीनने में कामयाब हुई थी। वहीं फिलवक्त उत्तराखंड में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी सरकार भी आंतरिक कलह के दौर से गुजर रही है। आंतरिक कलह के कारण ही 5 वर्ष के अंतराल पर राज्य में मुख्यमंत्री की कुर्सी स्थिर नहीं रह सकी है। सत्ता को लेकर भाजपा में जारी उठापटक से लाभ उठाते हुए कांग्रेस को पुनः सत्ता में वापसी कराने की जिम्मेवारी सह प्रभारी के रूप में दीपिका पांडेय सिंह के कंधे पर भी है। झारखंड के महागामा से पहली बार विधायक निर्वाचित होने वालीं दीपिका पांडेय सिंह सांगठनिक कौशल में दक्ष मानी जाती हैं। यह वक्त ही बताएगा कि अपने सांगठनिक कौशल का किस तरह निर्वहन वह उत्तराखंड में कर पाती हैं।