गोड्डा: शारदीय नवरात्रि की पहली पूजा से बसंतराय प्रखंड का डेरमा गांव दुर्गा सप्तशती के पाठ से गुंजायमान हो रहा है। इस गांव में पहली पूजा से ही सार्वजनिक तौर पर अखंड दुर्गा सप्तशती का पाठ होता है, जिसका समापन दशमी तिथि को होता है। इस दौरान कम से कम 108 बार दुर्गा सप्तशती का लगातार पाठ होता है।
डेरमा में 1984 की दुर्गा पूजा से से प्रतिवर्ष अखंड सप्तशती का पाठ होता रहा है। शारदीय नवरात्र के पावन मौके पर अखंड दुर्गा सप्तशती का पाठ होने के कारण गांव का माहौल काफी भक्तिमय बना रहता है। पिछले 38 वर्षों से यह आयोजन गांव के स्कूल में हो रहा है। इस बीच ग्रामीणों की पहल पर स्कूल के बगल में स्थित नदी के किनारे मां दुर्गा मंदिर का निर्माण शुरू हो गया है। उम्मीद की जा रही है कि अगले वर्ष के दुर्गा पूजा के मौके पर अखंड सप्तशती का पाठ नवनिर्मित मंदिर परिसर से शुरू हो सकता है।
इस धार्मिक आयोजन के प्रथम वर्ष से ही जुड़े पंडित सुधीर झा कहते हैं कि जबसे दुर्गा पूजा के मौके पर गांव में अखंड दुर्गा सप्तशती का पाठ शुरू हुआ है, माहौल ही बदल गया है। माता की कृपा से ग्रामीणों की प्रगति हो रही है। गांव विकास के पथ पर अग्रसर है।