टंडवा(चतरा)। जिले के टंडवा थाना क्षेत्र में संचालीत एशिया की सबसे बड़ी मगध कोल परियोजना में कोविड-19 टीकाकरण कैम्प लगाने की मांग कर्मियों ने की है। ज्ञात हो कि आम्रपाली-चंद्रगुप्त एरिया में सीसीएल कर्मियों एवं आउटसोर्सिंग कंपनी में कार्यरत कर्मियों को कैंप लगाकर प्रतिदिन टीकाकरण किया जा रहा है, लेकिन एशिया की सबसे बड़ी मगध कोल परियोजना में इसकी शुरूआत नहीं हो सकी है। जिससे कर्मियों व मजदूरों के साथ आम लोगों में भय व्याप्त है। सीसीएल कर्मियों ने बताया कि प्रबंधन को केवल कोयला निकालने की हड़बड़ी रहती है सुरक्षा पर प्रबंधन का कोई ध्यान नहीं रहता। प्रबंधन द्वारा कोरोना काल में भी प्रतिदिन कार्य लिया जा रहा है, यही नही जो कर्मी अनुपस्थित हो रहे हैं उनकी हाजरी में कटौती की जा रही है। महिला कर्मियों ने बताया कि वर्तमान समय में पूरे दुनिया में कोरोना कोहराम मचा रखा है। ऐसी स्थिति में मगध संघमित्रा के महाप्रबंधक द्वारा तुगलकी फरमान जारी किया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर अब तक कर्मियों को टीकाकरण से नहीं जोड़ बड़ी लापरवाही की जा रही है। परियोजना के विस्थापित नेता व राजद प्रखंड अध्यक्ष सुभाष कुमार यादव ने प्रबंधन पर घोर लापरवाही का आरोप लगाया है।