– विवादास्पद कृषि कानूनों को वापस लेने पर कांग्रेस विधायक ने कहा, किसान विरोधी है मोदी सरकार
– कहा, पांच राज्यों में आसन्न विधानसभा चुनाव में हार के डर से मोदी सरकार ने वापस लिया तीनों काला कानून
अभय पलिवार की रिपोर्ट
गोड्डा: विवादास्पद तीनों कृषि कानून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वापस लेने की घोषणा पर कांग्रेस विधायक प्रदीप यादव ने कहा है कि यह किसानों की एवं लोकतंत्र की जीत है और तानाशाह की हार है। वर्तमान केंद्र सरकार को किसान विरोधी एवं जन विरोधी करार देते हुए उन्होंने कहा कि अगले साल के पूर्वार्ध में पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव में हार के डर से केंद्र सरकार को तीनों कृषि संबंधी काले कानूनों को वापस लेने के लिए विवश होना पड़ा।
शनिवार को यहां कांग्रेस कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में पोड़ैयाहाट के विधायक प्रदीप यादव ने किसान आंदोलन के संदर्भ में कहा कि कई संघर्ष हुए, लेकिन आजादी के बाद यह ऐतिहासिक संघर्ष था। कृषि कानूनों की वापसी से आंदोलन का अंत तो नहीं हुआ है, लेकिन अर्ध विराम जरूर लगा है। उन्होंने किसान आंदोलन के दौरान मृत किसानों को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि जिन्होंने इस आंदोलन में कुर्बानियां दी है, लगातार इतने दिनों तक जिन्होंने आंदोलन चलाया, उस नेतृत्व को, आंदोलन में साथ देने वाले तमाम दलों के लोग बधाई के पात्र हैं। श्री यादव ने कहा, किसान आंदोलन के तीव्र वेग से केंद्र सरकार की सत्ता हिल गई। मोदी जी को कदम पीछे करना पड़ा। यह मजबूरी का कदम था।
इससे पहले भी 2014 में मोदी सरकार ने भूमि अधिग्रहण का गलत कानून बनाया था, जिससे भी उन्हें पीछे हटना पड़ा था। उस समय बिहार में चुनाव थे। बिहार के लोगों ने दाव-पेच समझा और बीजेपी को करारा जवाब दिया था। इस बार भी सोची समझी साजिश के तहत यह फैसला लिया गया है।अभी पंजाब,यूपी समेत पांच राज्यों में चुनाव है। किसान भाजपा से आक्रोशित हैं। किसानों के आक्रोश को कम करने के लिए बीजेपी सरकार को यह फैसला लेना पड़ा। बीजेपी किसानों की हितकारी पार्टी नहीं है। अगर किसानों के बारे में सोचती तो 700 किसानों को इस संघर्ष में, इस आंदोलन में अपनी जान नहीं गवानी पड़ती। लोग सड़कों पर भूखे, प्यासे चिल्लाते रहे। उनकी एक नहीं सुनी। आज जब राजनीतिक पटाक्षेप होने वाला था, राजनीति करवट बदलने वाली थी, तब उन्होंने यह फैसला लिया है। लेकिन जनता सब जानती है, समझती है। इसका करारा जवाब मिलेगा। कांग्रेस ने इस जीत का श्रेय संघर्षरत किसानों को दिया है।यह किसानों की जीत है, लोकतंत्र की जीत है, तानाशाही की हार है। आगे भी तानाशाह हारेगा।आगे भी कांग्रेस हर उस फैसले का विरोध करेगी, जो देश हित में न हो। इस तानाशाह शासन को उखाड़ फेंक देंगे।
विधायक श्री यादव ने कहा कि अभी कांग्रेस का जन जागरण अभियान चल रहा है।जिसे और बल देने के लिए 24 नवंबर को कांग्रेस के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर दो दिवसीय दौरे पर गोड्डा रहे हैं। मौके पर जिला कांग्रेस अध्यक्ष दिनेश प्रसाद यादव, नगर परिषद की उपाध्यक्ष वेणु चौबे, धनंजय यादव, राजीव मिश्रा, विनय ठाकुर, राकेश रोशन, अमित बोस, अभय जायसवाल, अमरेंद्र कुमार अमर, सुशील कुमार मोदी, सोनी सिंह, ब्रह्मदेव महतो, विजय तिवारी, पथरगामा प्रभारी पंकज चौधरी, संगठन मंत्री राम जीवन सिंह आदि कार्यकर्ता मौजूद थे।