रांची: झांरखण्ड एमपीडब्ल्यू कर्मचारी संघ के आह्वाहन पर राज्य के सभी जिला के एमपीडब्ल्यू कर्मचारी संघ के द्वारा आज छठा दिन भी चरणबद्ध आंदोलन के तहत काला बिल्ला लगाकर कार्य करते हुए नजर आए तथा सरकार और विभाग का सभी जिले के एमपीडब्ल्यू समोयजन करने हेतु विरोध कर रहे है । प्रदेश महासचिव कार्तिक उरांव ने बतलाया कि सभी जिलों के एमपीडब्ल्यू स्वास्थ्य कर्मी काला बिल्ला लगाकर कोरोना में विभिन्न प्रकार के कार्य कर रहे है जैसे -: सैंपल ट्रस्टिंग , लैब टेक्निशियन , कंप्यूटर ऑपरेटर , कोबिड केअर सेन्टर में संक्रमित व्यक्तियों का देख रेख एवं अन्य सभी कार्य कर रहे है और कोरोना पीड़ितों की सेवा में दिन रात लगे हुए है, साथ ही साथ विभाग का हरेक कार्यो मे भी अपना दायित्व निभा रहे है । कार्तिक उरांव ने अपने साथी पंकज कुमार एमपीडब्ल्यू पालाजोरी , देवघर के आकास्मिक निधन होने पर शोक व्यक्त किया पंकज कुमार के आकस्मिक निधन होने सेबसभी कर्मीयो में विभाग और सरकार के खिलाफ आक्रोश है आज वो लगातार 13 सालों से विभाग मे कार्यरत थे, लेकिंन उनकी मौत के बाद न तो विभाग और न हीं सरकार किसी प्रकार का संज्ञान लिया जो कि निंदनीय है , संघ विभाग से यह मांग करता है कि उसके आश्रित को उचित मुआवजा दिया जाए और उनके आश्रित को सरकारी नौकरी भी दिया जाए । कार्तिक उरांव ने बतलाया कि आज 5 सालों से स्वास्थ्य विभाग मे सिर्फ एमपीडब्ल्यू स्वास्थ्य कर्मियों का ही किसी भी प्रकार का वेतन नही बढ़ा है जबकि और सभी कर्मीयो का प्रत्येक वर्ष वेतन मे वृद्धि किया जाता है , आखिर अपने राज्य कर्मी एमपीडब्ल्यू स्वास्थ्य कर्मियों के साथ इस तरह का व्यवहार क्योँ किया जा रहा है जबकि एमपीडब्ल्यू स्वास्थ्य विभाग मे एक ऐसा कर्मचारी है जो विभाग के किसी भी कार्यो को करने की क्षमता रखता है और विभाग में अनेकों कार्य आज 13 सालों से करते आ रहा है । 13 सालों से लगातार विभाग मे अपनी सेवा देने के कारण कार्तिक कुमार ने अविलंभ विभाग में समायोजन करने की बात कही । प्रदेश महासचिव ने यह भी बतलाया कि कोरोना जैसी महामारी में एमपीडब्ल्यू स्वास्थ्य कर्मी सबसे पहले पायदान पर रहकर अपनीं प्राणों की चिंता किये बगैर कार्य कर रहे है । संघ के द्वारा सरकार और विभाग से सीधे विभाग मे समायोजन की मांग की गई है और समायोजन होने तक अविलंभ वेतन मे वृद्धि करने की मांग किये हुए है । कार्तिक कुमार ने बतलाया की आज 6 दिन चरणबद्ध आंदोलन के बीत जाने के बाद भी विभाग के द्वारा अभि तक न तो कोई ठोश पहल किया गया है और न ही किसी प्रकार का इस पर निर्णय लिया गया इससे यह प्रतीत होता है कि विभाग एमपीडब्ल्यू के प्रति कितना संवेदनहीन सोच रखता है । मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री और विभागीय सचिव से अविलंभ इस पर निर्णय लेकर संघ कों सुचित करने का आग्रह किया गया है । अगर हमारी मांगो पर विभाग पहल , ठोश निर्णय नही लियबजाता है तो यह चरणबद्ध आंदोलन सभी जिलों मे कार्य करते हुए जारी रहेगा । प्रदेश महासचिव ने यह भी बतलाया किं जब तक तक हमारी मांगे पूरी नही होती है तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा ।