पीड़ितों ने विधायक पर लगाया दबंगो की मदद करने का आरोप
जामताड़ा से राजकिशोर सिंह की रिपोर्ट
जामताड़ा: जामताड़ा चिरुडीह मामले में मामले में तब और भी रोमांचक मोड़ आ गया, जब स्थानीय विधायक इरफान अंसारी पीड़ित विस्थापित दलित परिवारों से मिलने धरना स्थल पहुंचे. धरना स्थल में धरना दे रहे पीड़ित परिवारों की महिलाओं ने विधायक का जोरदार विरोध किया. पीड़ित परिवारों ने विधायक को इन लोगों के विस्थापित करने में दबंग परिवारों का मदद करने संबंधी आरोप विधायक पर जड़ दिया. मालूम हो धरना दे रहे महादलित परिवार से आता है. पीड़ितों के अनुसार इन लोगों का जमीन 7 एकड़ जमीन एवं घर चिरुडीह गांव के ही रमजान मियां द्वारा हड़प ली गई है और दलित परिवार को गांव से विस्थापित षड्यंत्र के तहत कर दिया गया है. ऐसा आरोप इन दलित परिवारों ने लगाया है दलित परिवारों ने अपने ऊपर हुए उत्पीड़न के विरोध मेंआज लगभग सप्ताह भर से जामताड़ा जिला मुख्यालय में धरने पर बैठे हुए हैं विधायक इरफान अंसारी आज इन लोगों से मिलने धरना स्थल पर पहुंचे. पीड़ित परिवार के भारी विरोध के बाद उल्टे पांव विधायक को लौटना पड़ा,इस घटना को लेकर भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता वीरेंद्र मंडल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर बयान जारी करते हुए कहा स्थानीय विधायक इरफान अंसारी पर सत्ता का दुरुपयोग का आरोप लगाया साथ ही दलित परिवारों के इस दुर्दशा के लिए विधायक इरफान अंसारी को जिम्मेदार ठहराया मंडल ने दबंग रमजान मियां पर विधायक इरफान अंसारी का संरक्षण का देने का आरोप लगाया मंडल ने जामताड़ा उपायुक्त पर भी विधायक के इशारे पर काम करने का आरोप लगाया मंडल ने बतायादलित परिवारों को न्याय देने के जगह कांग्रेस के कार्यकर्ता के रूप में काम कर रहा है जो दुर्भाग्यपूर्ण है. मंडल ने अति शीघ्र दलित परिवारों को न्याय देने की मांग जिला प्रशासन से किया. मौके में जिला अध्यक्ष सोमनाथ सिंह ने बताया कि झारखंड सरकार अभी घरी निद्रा में सो रही है उन्हें दलितों पर अत्याचार नहीं दिख रही है यह अत्याचारी सरकार का अंत होना निश्चित है 15 और दलित परिवार इतने छोटे-छोटे बच्चों के साथ पेड़ के नीचे जीवन यापन गुजारने के लिए बाध्य हो गया है विधायक इरफान अंसारी के दबाव में इसे देखने के लिए कोई पहल सरकार या प्रशासन के द्वारा नहीं किया जा रहा है काफी दुर्भाग्यपूर्ण है.