रामगढ़: भाजपा मांडू विधायक प्रतिनिधि अंशु गुप्ता ने कहां है कि निजी अस्पतालों में कोविड-19 मरीजों के इलाज के लिए व्यवस्था सुनिश्चित करने पर जिला के लोगों के लिए सही निर्णय है, लेकिन निजी अस्पताल संचालक कोरोना आपदा को कमाई का अवसर समझ रहे हैं और इसके इलाज के नाम पर मरीजों के परिजनों से मोटी रकम वसूल रहे हैं. प्रशासन को चाहिए कि कोरोना के नाम पर लूट मचाने वाले निजी अस्पताल, नर्सिंग होम पर कड़ी नजर रखें एवं दोषी पाने पर प्रशासन कड़ी कार्रवाई करें. क्योंकि यह समय मानव कल्याण से जुड़ा है. इस विकट परिस्थिति में हम सभी को मानव सेवा कार्य में समुचित भागीदारी निभानी चाहिए. ऐसे समय में कोरोना इलाज के नाम पर निजी अस्पताल संचालक अर्थ दोहन नहीं करें बल्कि जन कल्याण में अपनी भागीदारी निभाएं अन्यथा क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट के तहत कार्रवाई करते हुए वैसे चिकित्सीय संस्थाओं का निबंधन रद्द करने की भी कार्रवाई की जानी चाहिए. उन्होंने उपायुक्त से मांग किया है कि रामगढ़ जिले के गंभीरता को देखते हुए ज्यादा से ज्यादा वेंटिलेटर व्यवस्था की जाए, ताकि लोगों को इलाज कराने में सहूलियत हो एवं निजी अस्पताल संचालकों को कोरोना इलाज के लिए उपलब्ध बेड एवं इलाज का रेट चार्ट निर्धारित करें. साथ ही निजी अस्पताल में कोविड-19 का जांच रिपोर्ट एवं मरीजों का बुलिटिन डिस्प्ले भी जारी करना चाहिए, ताकि संक्रमण की स्थिति का आकलन करने में प्रशासन को सुविधा हो सके. वही मांडू विधायक प्रतिनिधि अंशु गुप्ता ने कहां की कोरोना जांच का दायरा बढ़ाने एवं सरकारी एवं निजी अस्पतालों में इलाज की समुचित व्यवस्था करने की आवश्यकता है.