पाकुड़: शुक्रवार को समाहरणालय स्थित सभागार में जिला विकास समन्वय और निगरानी समिति यानी दिशा की बैठक राजमहल सांसद विजय हांसदा की अध्यक्षता में की गई। मौके पर उपायुक्त कुलदीप चैधरी, जिला वन प्रमंडल पदाधिकारी रजनीश कुमार, उप विकास आयुक्त अनमोल कुमार सिंह, जिला परिषद अध्यक्ष बाबूधन मुर्मू, सांसद प्रतिनिधि श्याम यादव सभी विधायक प्रतिनिधि एंव विभिन्न विभागों के वरीय पदाधिकारी आदि उपस्थित थे।राजमहल सांसद की अध्यक्षता में आहूत बैठक में उन्होंने पिछली बैठक में दिए गए निर्देशों के अनुपालन पर क्रमवार समीक्षा की और अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश दिया। इस क्रम में सबसे पहले उन्होंने महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गरांटी योजना (मनरेगा) की समीक्षा की। प्रवासी मजदूरों का जाब कार्ड बनाकर उन्हें पंचायत क्षेत्र में संचालित विभिन्न योजनाओं से जोड़ा गया है। कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान कूल 11905 अप्रवासी मजदूर आए जिनको मनरेगा के तहत जॉब कार्ड उपलब्ध कराया गया तथा जिन मजदूरों के द्वारा काम का मांग किया गया, उन सभी मजदूरों को शत प्रतिशत रोजगार उपलब्ध कराया गया है। साथ ही पाकुड़ जिला अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2020-21 में कुल 381907 निबंधित मजदूरों में से कुल 88288 मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराते हुए कूल 3402591 मानव दिवस सजन किया गया है जो पिछले वित्तीय वर्ष 2019- 20 के तुलना में 42 प्रतिशत अधिक है।बैठक में प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यपालक अभियंता ने संचालित योजनाओं और उसके प्रगति की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना अंतर्गत पाकुड़ जिले का सर्वेक्षण किया गया है एंव फेज 3 के तहत-
(1) प्रखंड अमड़ापाड़ा
पीडब्ल्यूडी रोड मंडरो संथाली टु तलदिहकिताबारगो।
पीडब्ल्यूडी रोड बड़ा सलघाटी टु सिंगारसी
(2) लिट्टीपाड़ा प्रखंड
पीडब्ल्यूडी रोड जोरडीह टु पीडब्ल्यूडी मोहनपुर ।
पीडब्ल्यूडी दराजमाथ टु लबदाघाटी पीडब्ल्यूडी रोड
महेशपुर प्रखंड
पीडब्ल्यूडी रोड किताझोर टु महेशपुर,पीडब्ल्यूडी रोड टु बरमसिया
उक्त पथों का डीपीआर गठन हो गया है विभागीय स्तर पर स्वीकृति प्रक्रियाधीन है। राष्ट्रीय सामाजिक सहायता कार्यक्रम के तहत सामाजिक पेंशन के संबंध में बताया कि आदिम जनजाति योजना में पाकुड़ जिले को कुल 10311 लक्ष्य दिया गया था। वर्तमान में लक्ष्य के विरुद्ध 9794 लाभुकों को पेंशन दिया जा रहा है, शेष 517 लाभुकों को सभी प्रखंडों/ अंचल में शत-प्रतिशत अच्छादित किया जा रहा है।प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) एवं शहरी का भी समीक्षा किया। इस दौरान डीडीसी ने बताया कि 62,711 का लक्ष्य दिया गया था, जिसमें 62010 को स्वीकृति दे दिया गया है। 2016-17 से 2019-20 तक 49,406 आवास पूर्ण कर लिया गया है, वही 13,305 आवास लंबित है।स्वच्छ भारत मिशन के समीक्षा क्रम में कार्यपालक अभियंता सुनील कुमार ने बताया कि नो वन लेफ्ट बिहाइंड (एनओएलबी) के तहत 20183 शौचालय का निर्माण का लक्ष्य प्राप्त हुआ है। जिसमें 14115 का अचीवमेंट हुआ है वही शेष 6068 को जल्द ही पूर्ण कर लिया जाएगा। बिजली विभाग की समीक्षा क्रम में सांसद ने बिजली आपूर्ति की व्यवस्था को बेहतर करने का निर्देश दिया उन्होंने पीक टाइम में बिजली कम उपलब्ध होने को लेकर कार्यपालक अभियंता समीर कुमार द्वारा जानकारी देने पर कहा कि आप उस समय प्राथमिकता घरेलू उपभोक्ताओं को दें। औद्योगिक उपभोक्ताओं को इस बाबत कंम्यूनिकेट करें। साथ ही ट्रांसफार्मर बदलने संबंधित शिकायत को 15 दिनों में निष्पादित करने को कहा। इस तरह की शिकायत आगे से नहीं मिले इसे सुनिश्चित करने को कहा। बैठक में इसके अलावा उन्होंने ’राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल कार्यक्रम, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना दृ एकीकृत वाटरशेड प्रबंधन कार्यक्रम, डिजिटल भारत भू अभिलेख आधुनिकीकरण दृलंबित दाखिल खारीज, दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण ज्योति योजना, शिक्षा, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, सर्व शिक्षा अभियान एवं श्रमिक कल्याण को लेकर विस्तृत समीक्षा की।बैठक के अंत में सांसद ने बैठक में दिए गए निर्देशों का अनुपालन अगली बैठक से पूर्व शत प्रतिशत सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। कहा कि इसमें किसी भी तरह की कोई लापरवाही नहीं हो। बैठक में आईटीडीए निदेशक मो० शाहिद अख्तर, जिला योजना पदाधिकारी चंद्रभूषण तिवारी, सिविल सर्जन डा. रामदेव पासवान, अनुमंडल पदाधिकारी पंकज कुमार साव, जिला कृषि पदाधिकारी मुनेंद्र दास, जिला शिक्षा पदाधिकारी रजनी देवी, जिला शिक्षा अधीक्षक दुर्गानंद झा, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी अंजु कुमारी, जिला खनन पदाधिकारी प्रदीप कुमार साह, श्रम अधीक्षक रंजीत कुमार, जिला पंचायती राज पदाधिकारी महेश राम, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी डॉ चंदन, जिला उद्योग महाप्रबंधक, पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता सुनील कुमार, विद्युत कार्यपालक अभियंता समीर कुमार, प्रधान कार्यकारी समिति पाकुड़, प्रधान कार्यकारी समिति लिट्टीपाड़ा, परियोजना पदाधिकारी मोतिउर रहमान, एसएमपीओ पवन कुमार, जेएसएलपीएस डीपीएम प्रवीण मिश्रा, जिला कार्यक्रम समन्वयक सुमन मिश्रा समेत अन्य उपस्थित थे।