रामगोपाल जेना
चक्रधरपुर: पुसालोटा ऊपर टोला जगमोहन कारूवा फरवरी 2012 मे मजदूरी करने के चक्रधरपुर स्टेशन से आद्रा ट्रेन से कोलकाता जाने के क्रम मे ट्रेन मे चढते समय पाँव फिसल जाने से ट्रेन के चपेट मे आने से दांया पैर घूटने के नीचे कट गया तथा बांया पाँव का एडी छोडकर बाकी हिस्सा कट गया । जिसके कारण व चल फिर नही सकता है । इस बात की जानकारी यशपाल महतो द्वारा सुमिता होता फाउण्डेशन के अध्यक्ष सदानन्द होता को दी गई ।आज सुबह जगमोहन कारूवा को देखने उसके गाँव सदानन्द होता राजकुमार महतो एवं यशपाल महतो पहुँचें थें । उसी गांव के राऊतु रूईडीह से भी मिले जो एक साल पहले तालाब से नहाकर लौटते समय गिर जाने कमर के नीचे जांघ की हड्डी टूट गया है । राऊतु ने बताया की सदर अस्पताल चाईबासा भी गया था पर डाक्टर नही रहने के कारण वापस लौटकर घर आ गया फिर कभी नही गया । बैशाखी के सहारे ही अपने दिनचर्या किसी तरहकाट रहा है । सदानन्द होता दोनो को देखने के बाद जगमोहन कारूवा का कृत्रिम अंग लगाने तथा राऊतु रूईडीह का जल्द सरकारी मदद से इलाज कराने का आश्वासन दिया ।