रामगढ़ से वली उल्लाह की रिपोर्ट
रामगढ़: ओपी जिंदल स्कूल, पतरातू के हिंदी शिक्षक और प्रसिद्ध साहित्यकार डॉ नीलोत्पल रमेश उर्फ डॉ.रमेश प्रसाद सिंह को मंत्रिमंडल सचिवालय राजभाषा विभाग, बिहार के द्वारा ‘हिंदी पांडुलिपि प्रकाशन अनुदान’ – 2020-21 के लिए चालीस हजार रुपए की अनुदान राशि दी गई है। यह अनुदान राशि उनकी समीक्षा पुस्तक ‘कसौटी के दायरे में’ के लिए मिली है। इनकी अब तक देश की लगभग सभी महत्वपूर्ण साहित्यिक पत्र-पत्रिकाओं में लगातार कविताएं, समीक्षाएं और कहानियां प्रकाशित होती रही हैं। इनकी कविता पुस्तक ‘मेरे गांव का पोखरा’ पिछले वर्ष ही प्रकाशित हुआ था जो काफी चर्चित रहा।इन्होंने कई पुस्तकों का संपादन भी किया है जिनमें प्रमुख हैं – ‘शाल वन की धारा से’ (झारखंड के 51कवियों की कविताएं कसौटी पर कविताएं’ 25 कवि और 25 आलोचक और ‘बारूद की फसलें’ गीत-गजल संग्रह। ये फिलहाल डायमंड पॉकेट बुक्स,नई दिल्ली की चार योजनाओं पर काम कर रहे हैं।
इनकी इस उपलब्धि पर ओपी जिंदल स्कूल की प्राचार्या डॉ.श्वेता मलानी सहित विद्यालय अनेक शिक्षकों ने बधाई दी हैं। देश के जाने-माने साहित्यकारों ने भी इन्हें बधाई दी हैं । जिसमें प्रमुख हैं – प्रसिद्ध कथाकार जयनंदन, कवि-कथाकार नीरज नीर, चंद्रिका ठाकुर ‘देशदीप’, प्रसिद्ध कवि शिरोमणि महतो,कवि राजेश दुबे,कवि हरेंद्र कुमार, गीत- गज़लकार सरोज झा ‘झारखंडी’, कवयित्री अनिता रश्मि,सत्या शर्मा ‘कीर्ति’, रामचंद्र असीत,संजय राठौर,राजकुमार गीत,विनय कुमार शर्मा, डॉ.रजनी गुप्ता, डॉ.सुबोध सिंह ‘शिवगीत’, दयानंद मगहिया, विनोद राज ‘बिद्रोही’, अमरेंद्र सुमन, पंकज साह आदि का नाम शामिल है।