चतरा/मयूरहंड(हिमांशु सिंह)। जिले के किसान सरकार के धान खरीदी व्यवस्था से इन दिनों काफी परेशान हैं। धान अधिप्राप्ति केंद्र मयूरहंड में प्रखंड के किसानों का धान ही बीते माह से नहीं खरीदा जा रहा है। जिससे सरकारी व्यवस्था के प्रति किसानो में रोष व्यप्त है। किसानो का आरोप है की पंदनी पैक्स में बड़ा गोदाम होने के बाद भी धान नहीं लिया जा रहा है और गोदाम का बहाना एफसीआई के अधिकारी बिचैलियों को लाभ पहुंचा रहें हैं। यहां तक कि किसानों के धान को गोदाम खाली होने पर ही खरीदने की बात बता कर मयूरहंड प्रखंड परिसर में खुले में रखवाया गया है। जिससे बोड़ा के साथ धान भी बर्बाद है रहा है। वहीं कई किसान के मैसेज आने पर भी धान नहीं लिया जा रहा है। वहीं सरकार के इस व्यवस्था के लाभ से ही वंचित है पत्थलगड़ा व कुंदा प्रखंड के किसान। दोनो प्रखंडों में नहीं खुला धान अधिप्राप्ति केंद्र। वहीं इस मामले को लेकर हजारीबाग भाजपा जिला प्रभारी सह अनुसूचित जाति मोर्चा के वरिष्ठ नेता बलवंत लाल सुमन कि अगुवाई में किसानों ने मयूरहंड में बैठक की, जिसका संचालन बरकट्ठा विधान सभा के पूर्व प्रत्याशी बटेश्वर प्रसाद मेहता ने किया। मौके पर मजबूर महिला किसानो ने कहा कि मार्च का महीना है बच्चों का पढ़ाई के लिए खर्चा की व्यवस्था करना मुश्किल हो गया है। सरकार और पदाधिकारी किसानो को छलने का काम कर रहे हैं। बटेश्वर प्रसाद मेहता ने कहा कि एक सप्ताह के अंदर धान नही खरीदा गया तो होगा आंदोलन। वहीं बलवंत लाल सुमन ने कहा कि 10 दिनों के अंदर सरकारी मूल्य पर धान नहीं लिया गया तो आंदोलन भयावह होगा।