रांची: रांची उपायुक्त द्वारा पिछले 25 जून को झारखंड शिक्षा न्यायाधिकरण संशोधन अधिनियम 20 17 के तहत शुल्क निर्धारण कमेटी का गठन किया था मगर आज तक उसकी बैठक नहीं हो पाई, जो काफी दुर्भाग्यपूर्ण है । उक्त बातें आज एक प्रेस बयान जारी करते हुए झारखंड अभिभावक संघ के अध्यक्ष अजय राय ने कही । उन्होंने कहा कि लगभग 20 दिन से ऊपर होने को है रांची उपायुक्त द्वारा शुल्क निर्धारण कमेटी का गठन किए हुए , इस दौरान राजधानी के सैकड़ों अभिभावकों ने विभिन्न स्कूलों द्वारा किए गए शुल्क वृद्धि की शिकायत की है बावजूद अभी तक गठित कमेटी किसी भी शिकायत को लेकर अभी तक न तो कोई बैठक कर पाई और ना ही इस संबंध में कहीं कोई पहल हो पाया ।
श्री राय ने कहा कि अगर कमेटी की बैठक हो जाती तो जिन स्कूलों ने अपने मनमर्जी से शुल्क में वृद्धि की है कम से कम उन स्कूलों के खिलाफ एक्ट के तहत कार्रवाई हो सकती थी ।
अजय राय ने आरोप लगाते हुए कहा कि जानबूझकर कमेटी की बैठक नहीं की जा रही है ताकि स्कूल अपनी मनमर्जी कर सके और इस कार्य में उपायुक्त रांची का मौन समर्थन स्कूलों को मिल रहा है यह जगजाहिर हो गया है क्योंकि इससे पहले रांची उपायुक्त ने 25 जून 2021 को निकाले गए एक दूसरे आपने ही आदेश को वापस लेकर अपनी मंशा साफ कर दी है।
अजय राय ने कहा कि आज की स्कूलों द्वारा जिस तरह विभिन्न मदों में शुल्क वसूले जा रहे हैं उससे आम अभिभावक पूरी तरह हलकान है और फीस जमा नहीं कर पाने के कारण बच्चों की ऑनलाइन क्लास से निकाले जाने का दंस झेल रहा है वही राज्य की गूंगी बहरी सरकार सब कुछ जानते हुए भी धृतराष्ट्र की मुद्रा में है।
मगर झारखंड अभिभावक संघ इस मुद्दे पर चुपचाप नहीं बैठेगी बल्कि इसके खिलाफ माननीय न्यायालय में जाकर न्याय की गुहार लगाएगी ।
अजय राय ने एक आंकड़ा जारी करते हुए कहां की राज्य के विद्यार्थियों द्वारा निजी स्कूलों से कोई भौतिक सुविधा नहीं ली गई जैसे
(1) क्लास रूम स्टडी………………..बंद
(2) पुस्तकालय ………………..प्रयोग नही किया गया
(3) कम्प्यूटर………………प्रयोग नही किया गया
(4) लैब एवम उपकरण………प्रयोग नही किया गया
(5) खेल के मैदान…………..प्रयोग नही किया गया
(6) बिजली………..प्रयोग नही किया गया
(7) पानी ……………प्रयोग नही किया गया
(8) AC………..प्रयोग नही किया गया
(9)उत्सव एवम अन्य खेल प्रतियोगिता….प्रयोग नही किया गया
(10) ट्रांसपोर्ट ………प्रयोग नही किया गया
ऑनलाइन क्लास के लिए अभिभावकों के तरफ से किया गया व्यय
बिजली ……..अभिभावक के खर्च से
इंटरनेट की सुविधा………अभिभावक के खर्च से
लैपटॉप, टैब,मोबाइल……अभिभावक के खर्च से
पढ़ाई …………अभिभावक के जिम्मे
होमवर्क……….अभिभावक के जिम्मे
बच्चों की क्लास के दौरान निगरानी ….अभिभावक के जिम्मे
लगातार ऑन लाइन पढ़ाई से आँख और स्वास्थ्य पर खतरा…..अभिभावक
नोट.. विभिन्न स्तरों पर शुल्क वसूली ……..ये सिर्फ स्कूल के जिम्मे।