जामताड़ा से राज किशोर सिंह की रिपोर्ट
जामताड़ा : स्लिंगशॉट एसोसिएशन ऑफ इंडिया के निर्देशानुसार स्लिंगशॉट एसोसिएशन ऑफ झारखंड के तत्वधान मे आज को जामताड़ा के ऐतिहासिक गांधी मैदान में प्रथम बार स्लिंगशॉट यानी गुलेल खेल का ओपन सिलेक्शन ट्रायल का आयोजन किया गया इस प्रतियोगिता का विधिवत शुभारंभ अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी आनंद मिंज गुलेल चलाकर प्रतियोगिता का विधिवत शुभारंभ किये एवं उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि गुलेल खेल हमारे झारखंड के संस्कृति के साथ जुड़ा हुआ है और यह गुलेल खेल शिकारी अपना शिकार मैं परांगत हासिल करने के लिए करते थे अति पुराना एवं प्रचलित खेल है। अब इसे स्लिंगशॉट खेल के रूप में प्रचार प्रसार किया जा रहा है। गुलेल खेल जिला , राज्य , राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ट्रेडिशनल खेल के रूप में मन्नता प्राप्त है आने वाले समय में गुलेल खेल से जामताड़ा सहित पूरे झारखंड राज्य राष्ट्र स्तर पर एक अपना अलग पहचान बनायेंगे मुझे विश्वास है।इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में जामताड़ा वॉलंटरी ब्लड डोनर एसोसिएशन के सचिव अरुप मित्रा , दीनबंधु सिंह , महाप्रसाद दत्ता उपस्थित थे। इस बात की जानकारी स्लिंगशॉट एसोसिएशन ऑफ झारखंड के महासचिव दीपक दुबे ने बताया कि आगामी 30 अक्टूबर को महाराष्ट्र के शिर्डी साईं में आयोजित 6 वीं राष्ट्रीय स्लिंगशॉट प्रतियोगिता में प्रथम बार झारखंड राज्य टीम प्रतिनिधित्व करेंगे इसे लेकर आज एक राज्य स्तरीय टीम बनाने को लेकर ओपन सिलेक्शन प्रतियोगिता का आयोजन जिला मुख्यालय आयोजित किया गया है । इस प्रतियोगिता में सब जूनियर, जूनियर एवं सीनियर वर्ग के 130 बालक , बालिकाओं एवं महिला, पुरुष प्रतिभागी ने हिस्सा लिये। इसी चयन प्रतियोगिता के आधार पर चयनित खिलाड़ी आगामी राष्ट्रीय प्रतियोगिता में झारखंड राज्य को प्रतिनिधित्व करेंगे। इस बार राष्ट्रीय प्रतियोगिता 2021 झारखंड राज्य से गुलेल खेल में खिलाड़ियों की भेजने की जिम्मेदारी मुझे मिली है इसलिए हमने ओपन चयन प्रतियोगिता का आयोजन अपने गृह जिला में करा रहे हैं । आने वाले समय में इस खेल को बढ़ावा देने के लिए झारखंड के अधिकतर जिले में इसकी कमेटी बनेगी और इस खेल का व्यापक प्रचार प्रसार किया जाएगा यह खेल कोई नया नहीं है हमारे झारखंड के सुदूरवर्ती ग्रामीण एवं गांव में गुलेल चलाने का प्रचलित बहुत जोरों शोरों से है बस उन सभी को इस गुलेल के आधुनिक नाम स्लिंगशॉट खेल से जुड़ना का प्रयास है जिससे हमारे पशु – पक्षी के अत्याचार और हिंसात्मक कम हो और लोग गुलेल को खेल के रूप में अपनाकर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर में अपने पहचान बनायेंगे। आज के कार्यक्रम का सफल संचालन में मुख्य रूप से रूप से नितेश सेन,राम दास देवानंद , अनीष रंजन ,सूरज कु. पासवान, अरुण पंडित, बापी दत्ता , राहुल सिंह , भास्कर चांद , संजीव सेन, परिणीता सिंह, मुकेश पाल ,रूपम सेन, रविंद्र कु. सुमन अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।देर शाम सभी सफल प्रतिभागियों को पुरस्कार एवं प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया जाएगा।