गढ़वा से नित्यानंद दुबे की रिपोर्ट
गढ़वा: सोमवार को पेयजल एवं स्वच्छता विभाग, मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर की अध्यक्षता में जिला अंतर्गत कोविड-19 महामारी एवं विकास कार्यों को लेकर समीक्षा बैठक आयोजित की गई। समाहरणालय के सभाकक्ष में आयोजित बैठक में माननीय मंत्री ने उपायुक्त व पुलिस अधीक्षक की उपस्थिति में सिविल सर्जन गढ़वा, सभी अनुमंडल पदाधिकारी, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी/ अंचलाधिकारी समेत अन्य से ऑनलाइन माध्यम से बैठक करते हुए कोविड-19 की स्थिति का जायजा लिया।
मंत्री ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर हम सभी के लिए बड़ी चुनौती है। इसमें हमने कई अपनों को भी खो दिया है लेकिन माननीय मुख्यमंत्री के प्रबंधन व पदाधिकारियों तथा स्वास्थ्य कर्मियों के सहयोग से धीरे- धीरे हम इस पर काबू पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान में जारी स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह में कुछ कड़ाई की गई है तथा यह देखा जा रहा है कि इसका अनुपालन पूरी तरह से नहीं हो रहा है। ऐसे में सभी पदाधिकारी सख्ति से इसका अनुपालन सुनिश्चित करें। शादी विवाह में नियमावली के अनुरूप 11 से अधिक व्यक्तियों को शामिल नहीं होने दिया जाए, पदाधिकारी स्वयं इसकी जांच करें। प्रखंड विकास पदाधिकारी तथा थाना प्रभारी अपने क्षेत्र अंतर्गत हो रहे शादी समारोह की पूरी जानकारी अपने पास अवश्य रखें तथा इसकी जांच करे कि उक्त शादी समारोह में नियमावली का अनुपालन किया जा रहा है अथवा नहीं, जारी गाइडलाइन का अनुपालन न किए जाने वालों के विरुद्ध कार्रवाई करें।
बैठक में मंत्री ने कहा कि जिला मुख्यालय से दूरस्थ प्रखंडों में विशेष रुप से प्रखंड विकास पदाधिकारी अंचल अधिकारी व थाना प्रभारी जारी गाइडलाइन का पालन करवाना सुनिश्चित करें, मास्क व सामाजिक दूरी का अनुपालन विशेष रूप से करवाया जाए। इसके साथ ही स्वास्थ्य सहिया, सेविका, सहायिका व जेएसएलपीएस की महिलाओं के माध्यम से जिले भर में स्वास्थ्य सर्वे करवाया जाए। सर्वे से प्राप्त अस्वस्थ तथा संक्रमित व्यक्तियों की सूची संबंधित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को उपलब्ध कराई जाए, सर्वे अति आवश्यक है, इसके माध्यम से संक्रमण को वहीं रोका जा सकता है। माननीय मंत्री ने निर्देश दिया कि ऐसे क्षेत्र जहां संक्रमित व मृत व्यक्ति पाए गए हैं उसकी सूची तैयार करते हुए उक्त टोले/ मोहल्ले के व्यक्तियों की तत्काल प्रभाव से रैपिड एंटीजेन किट के माध्यम से जांच कराई जाए ताकि संक्रमितों की प्राथमिक अवस्था में ही पहचान करते हुए उनका इलाज शुरू किया जा सके। इसके साथ ही उन्होंने लोगों को वैक्सीनेशन के प्रति जागरूक करने की भी बात कही।
उन्होंने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि संबंधित क्षेत्र के लोकल चिकित्सक, स्वयंसेवी संस्थाओं, पंचायत के प्रतिनिधियों, वार्ड पार्षद समेत अन्य की सूची तैयार करते हुए ऑनलाइन माध्यम से उनके साथ बैठक करें तथा उनके सहयोग से लोकल स्तर पर लोगों को वैक्सीनेशन, जारी गाइडलाइन का अनुपालन तथा इलाज हेतु जागरूक करें। ऑटो रिक्शा संचालन पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि ऑटो के परिचालन पर रोक नहीं है, परंतु यह सुनिश्चित किया जाए कि ऑटो में गाइडलाइन के अनुरूप ही सवारिया बैठे। चेक नाको, दूसरे राज्यों के सीमावर्ती क्षेत्रों पर विशेष रूप से जांच अभियान चलाया जाए तथा लोगों को जागरूक किया जाए। उन्होंने आम जनता से भी अपील की है कि जिला प्रशासन का सहयोग करते हुए जारी गाइडलाइन का अनुपालन करें, अनावश्यक रूप से बाहर ना निकले, तथा विशेष रूप से सोशल डिस्टेंसिंग व मास्क का उपयोग करें।
मंत्री ने धान अधिप्राप्ति पर भी चर्चा की तथा लक्ष्य के अनुरूप किसानों का धान क्रय न किए जाने पर उपायुक्त को अपने स्तर से कार्रवाई करने का निर्देश दिया। वहीं सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों को मनरेगा के तहत चलाई जा रही योजनाओं के माध्यम से प्रवासी व स्थानीय मजदूरों को रोजगार मुहैया कराने की बात कही। उन्होंने कहा कि ऐसी योजनाओं का चयन करें जहां सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन करते हुए मजदूरों को रोजगार उपलब्ध हो सके।
बैठक में उपायुक्त व पुलिस अधीक्षक के अलावा निदेशक डीआरडीए, सिविल सर्जन, जिला आपूर्ति पदाधिकारी, उप निर्वाचन पदाधिकारी, जिला परिवहन पदाधिकारी तथा ऑनलाइन माध्यम से जुड़े विभिन्न प्रखंडों के प्रखंड विकास पदाधिकारी/ अंचल अधिकारी, जिले के विभिन्न विभागों के पदाधिकारी व कर्मी समेत अन्य मौजूद थे।