– झुंड से बिछड़ा हाथी घरों में तोड़फोड़ करने के साथ ही मवेशियों की ले रहा जान
गोड्डा से अभय पलिवार की रिपोर्ट
गोड्डा: करीब 15 दिन पूर्व जंगल एवं पहाड़ से घिरे जनजातीय बहुल सुंदर पहाड़ी प्रखंड में तीन लोगों को यमराज के पास भेज चुका गजराज अब सदर प्रखंड के सीमावर्ती गांवों में आतंक मचा रहा है। झुंड से बिछड़ा यह उत्पाती हाथी जान माल का दुश्मन बन गया है। शुक्रवार की रात्रि इस उत्पाती हाथी ने सदर प्रखंड के बाराटांड गांव में तीन घरों में तोड़फोड़ करते हुए अनेक मवेशियों की जान ले ली।
सदर प्रखंड अंतर्गत सुंडमारा के पास लालपुर जंगल के निकटवर्ती बाराटांड गांव में इस हाथी ने शुक्रवार की देर रात जमकर उत्पात मचाया। रात्रि करीब 12 बजे के बाद झुंड से बिछड़े इस हाथी ने गांव में तीन मवेशियों को कुचल कर मार दिया। करीब दर्जन भर मवेशी घायल हुए हैं। हाथी ने तीन कच्चे घरों को भी तोड़ दिया।
हाथी के उत्पात के कारण ग्रामीण दहशतजदा होकर रतजगा करने के लिए विवश हैं। वन विभाग की टीम लगातार गांव में कैंप कर रही है। मिली जानकारी के अनुसार, पिछले करीब एक सप्ताह से हाथी इसी इलाके में पढ़ा और डाले हुए है। ग्रामीण बताते हैं कि वन विभाग की टीम हाथी को थोड़ा दूर जंगल की ओर भगा कर चली जाती है, लेकिन दूसरे दिन हाथी फिर वापस आ जाता है। हाथी घरों को तोड़कर घर में घुसकर सारा अनाज चट कर जा रहा है। कई घरों का राशन समाप्त हो गया है।ठंड में घर टूटने की वजह से ग्रामीणों को रहने की भी समस्या हो गई है।बाराटांड गांव में एक मात्र घर पर पक्का की छत है। रात में दहशत के मारे ग्रामीण उसी घर में शरण लेते हैं। ग्रामीणों ने बताया कि कई तरह से हाथी को भगाने की कोशिश की। मशाल जलाया, पटाखे फोड़े। पहले हाथी भाग भी जाता था। लेकिन अब मशाल की आग देखकर ग्रामीणों पर हमला कर देता है।
घटना की सूचना मिलते ही डीएफओ पीआर नायडू के नेतृत्व में एक टीम शनिवार को गांव पहुंची। पूरे मामले की जानकारी लेकर ग्रामीणों के खाने-पीने का इंतजाम किया गया। डीएफओ ने बताया है कि हाथी को भगाया जाना प्राथमिकता है।बोकारो के दलाही के पास से स्पेशल हाथी ड्राइव टीम आ रही है, जो हाथियों को बेहतर तरीके से जानते हैं।