साहिबगंज: मौत से जुझ रहे 200 यात्रियों को गंगा से सुरक्षित निकाला गया। ये यात्री बिहार के मनिहारी घाट से झारखंड के साहिबगंज के बीच गंगा के बीच मझदार में फंस गये थे। बिहार के मनिहारी घाट से झारखंड के साहिबगंज के बीच गंगा में फंसे 200 यात्रियों को बचा लिया गया है। सभी यात्रियों को पानी के दो जहाज (स्टीमर) से वापस मनिहारी भेज दिया गया है। इसके साथ ही गंगा में फंसे यात्रियों के परिजनों और साहिबगंज जिला प्रशासन ने राहत की सांस ली है। बिहार के कटिहार जिले के मनिहारी घाट से रविवार सुबह करीब दो साै यात्रियों को लेकर एक स्टीमर झारखंड के साहिबगंज घाट के लिए चला। 20-25 मिनट बाद ही स्टीमर के इंजन का पंखा टूट गया। इससे स्टीमर बीच गंगा में खड़ा होकर हिचकोले खाने लगा। यात्रियों की जान पर बन आई। क्योंकि बारिश के कारण गंगा उफान पर है। यह देख यात्रियों में चीख-पुकार मच गई। गंगा में फंसे लोगों ने मोबाइल फोन से बिहार के कटिहार और झारखंड के साहिबगंज जिला प्रशासन को सूचना दी। इसके बाद राहत एवं बचाव कार्य शुरू हुआ। गंगा में स्टीमर पर 200 लोगों के फंसे होने की सूचना मिलते ही साहिबगंज जिला प्रशासन त्वरित एक्शन में आ गया। एसडीएम पंकज कुमार साव की देखरेख में बचाव एवं राहत कार्य शुरू हुआ। लोगों को बचाने के लिए दो स्टीमर गंगा में भेजे गए। डेढ़ घंटे की कवायद के बाद गंगा में फंसे लोगों तक दोनों स्टीमर पहुंचे। इसके बाद सभी लोग दोनों स्टीमर पर सवार हुए। लोगों को बचाने के बाद दोनों स्टीमर से वापस मनिहारी भेज दिया गया।