रांची : भारतीय जनतंत्र मोर्चा के अध्यक्क्ष धर्मेंन्द्र तिवारी ने कहा कि झारखंड राज्य में ललित कलाओं के कलाकारों की तरफ सरकार का ध्यान अब तक नहीं गया है। एक ओर जहाँ सरकार खेल एवं खिलाड़ियों को प्रोत्साहित कर रही हैं वहीं दूसरी ओर राज्य के मूर्ति कला, पेंटिंग ग्राफिक्स, सिरामिक्स, डिजाइन आदि कलाकारों के प्रति उदासीन रवैया अपना रही है। झारखण्ड गठन हुए 20 वर्ष से अधिक हो गया है, पर इन कलाकारों को अबतक कोई मंच नहीं उपलब्ध कराया गया है, जिसके कारण इनमें निराशा की भावना घर कर गई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को समय-समय पर स्थानीय कलाकारों को सम्मान के साथ स्कॉलरशिप भी दिया जाना चाहिए। राज्य में ललित कला अकादमी का गठन करते हुए आड्रे हाउस जैसे धरोहर का संरक्षण करते हुए वहाँ पर समय-समय पर कलाकारों को अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका निःशुल्क दिया जाना चाहिए।श्री तिवारी ने हेमंत सरकार से मांग की है कि राज्य के सभी सरकारी विद्यालयों, महाविद्यालयों में ललित कला के शिक्षक की नियुक्ति करें। राज्य के हर जिले में आर्ट गैलरी का निर्माण करे। राज्य के वरिष्ठ कलाकारों को उचित सम्मान के साथ मानेदय दें।
श्री तिवारी के साथ डा. ओम प्रकाश पांडेय, श्री आशीष शीतल मुण्डा, श्री अशोक कुमार सिन्हा, श्री संजय द्विवेदी, श्री दीपांकर कर्मकार, श्री शफीक अंसारी, श्री श्यामबिहारी नायक, उदय मंडल, हीरा यादव आदि उपस्थित थे।