बसंत कुमार गुप्ता गुमला
गुमला :गुमला पुलिस को मिली बड़ी सफलता गुमला लोहरदगा, लातेहार सीमा क्षेत्र के आतंक के पर्याय व एमजेजेएम झांगुर ग्रुप के सुप्रीमो रामदेव उरांव पुलिस को चकमा देकर भागने में रहा सफल ।हालांकि पुलिस ने रामदेव उरांव के दाहिना हाथ माने जाने वाले उग्रवादी मुनीफ अंसारी को गिरफ्तार करने में सफलता अर्जित की है ।साथ ही पुलिस ने झांगर ग्रुप के सुप्रीमो रामदेव उरांव के द्वारा उपयोग में लाने वाले ए के 56 राइफल पुलिस ने बरामद कर लिया है ।पुलिस ने एक इनोवा व एक हीरो होंडा का बाइक , 130 जिंदा गोली सहित अन्य सामान बरामद करने में सफलता अर्जित की है ।
गुमला पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि झांगुर गुट के सुप्रीमो रामदेव उराव अपने तीन साथियों के साथ जिले में बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए आ रहे हैं ।इस सूचना पर एसपी हरदीप पी जनार्दन के निर्देश पर छापामारी व चेकिंग अभियान चलाया गया जहां घाघरा लोहरदगा रोड घाघरा के पेट्रोल पंप के समीप इनोवा कार से आ रहे रामदेव उराव को घेराबंदी के लिए पुलिस ने मोर्चा संभाला हुआ था ।जैसे ही इनोवा गाड़ी पहुंची पुलिस को देखते ही उक्त गाड़ी पीछे मुड़कर भागने का प्रयास किया। पुलिस ने पीछा किया तो इनोवा गाड़ी से चारों सक्रिय उग्रवादी भागने लगा हालांकि पुलिस ने मौके पर एक उग्रवादी मुनिफ अंसारी को धर दबोचा में सफलता अर्जित की। मुनीफ अंसारी ने बताया कि इस गाड़ी में एम जे जे एम के सुप्रीमो रामदेव उरांव, मनोज सिंह व अरविंद उरांव शामिल था। जो भाग निकला । अरविंद उरांव एके-47 राइफल के साथ में लेकर भाग निकला ।
वही रामदेव उराव का एके 56 राइफल गाड़ी में ही बरामद हुआ। इस संबंध में गुमला के एसपी हरदीप पी जनार्दन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि जिले में नक्सल एवं अपराधियों के विरुद्ध पुलिस लगातार अभियान चला रही है जिसमें पुलिस को बड़ी सफलताएं भी मिली है। बसिया कामडारा क्षेत्र से पीएलएफआई उग्रवादियों के गतिविधि पर लगभग पूरी तरह से अंकुश लग गई है ।वहीं चैनपुर कुरुगढ़ क्षेत्र से 15लाख का इनामी को मारने में पुलिस को सफलता अर्जित पूर्व में हो चुकी है ।एसपी ने कहा कि गुमला से उग्रवाद एवं अपराध पूरी तरह से हटाने में पुलिस लगी हुई है। उन्होंने नक्सलियों से अपील किया है कि झारखंड सरकार के सिलेंडर नीति के तहत आत्मसमर्पण करें एवं राष्ट्रीय मुख्यधारा में जुड़े पुलिस उन्हें सहयोग करेगी । यदि उग्रवादी सिलेंडर नहीं करते हैं तो जंगल में मुठभेड़ यदि हुई तो पुलिस उससे मार गिरागी।ज्ञात हो कि रामदेव उराव बॉक्साइट पत्थर लीज, एवं संवेदक तथा अभियंताओं से मोटी रकम लेवी के रूप में वसूलते हैं। यदि रामदेव उराव की गिरफ्तारी हो जाती तो झारखंड पुलिस के लिए एक बड़ी सफलता हो सकती थी।