पतरातू : भाजपा झारखण्ड प्रदेश संगठन के आह्वान पर अपने आवास पर ही झारखण्ड प्रदेश पूर्व प्रदेश कार्यसमिति सदस्य भाजपा नेता डाॅ संजय सिंह ने एक दिवसीय वर्चुअल धरने पर बैठने का कार्य किया । इस धरने के माध्यम से झारखण्ड प्रदेश के किसानों के द्वारा विक्रय किए गए धानों के मूल्य जो अभी तक किसानों को नहीं मिल पाया हैl उनकी आवाज को बुलन्द करते हुए कहा की झारखण्ड प्रदेश में 78% प्रतिशत आय का मुख्य स्रोत कृषि ही है । यहां पर 39 लाख किसान भाई निवास करते हैं । परन्तु यहां के किसान छले जा रहे हैं । किसानों के द्वारा अपने धान जो नवम्बर माह में धान क्रय केन्द्रों पर जाकर बिक्री किए थे ,उनका मूल्य अभी तक नहीं मिल पाया है । उसमें भी सारे किसान अपना धान भी नहीं बेच पाए ,क्योंकी नवम्बर माह में हेमंत सरकार ने धान क्रय केन्द्र पर जाकर बेचने की बात कही तब किसान अपना धान बेच ही रहे थे की दस दिन बाद ही झारखण्ड सरकार में शामिल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सह वित मंत्री श्रीमान रामेश्वर उरांव ने धान खरीदने से ईन्कार यह कर के करा दिया की अभी किसानों के धान गिला है जब वह सुखेगा तब धान खरीदने का कार्य होगा । यह कहकर उनके आर्थिक स्थिति को कमजोर करने का कार्य किया है । अब जबकी एक महिने में माॅनसुन बरसात शुरू हो जाएंगे तब धान का बीज की खरिदगी कैसे कर पायेंगे । इस आपात काल कोरोना काल में कोरोना संक्रमित हो जाने पर वें अपना व परिवार का ईलाज पैसे के आभाव में नहीं करा पा रहे हैं । इस विकट स्थिति में भी हेमंत सोरेन की सरकार के द्वारा किसानों के धान जो सरकार को बिक्री किए है उसका मूल्य भी अभी तक किसानों को न मिल पाना काफी शर्म की बात है । ऐसी सरकार को तो अपने पद से त्यागपत्र दे देना चाहिए ।
उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा की भाजपा कार्यकर्तागण तब तक शांत नहीं बैठेंगे जबतक उनका हक और अधिकार नहीं मिल जाता । किसानों के साथ भाजपा के कार्यकर्ता सदैव खड़ा रहने का कार्य करेंगे ।