अमड़ापाड़ा : प्रखंड के सिमड़ीपाड़ा में हिल एसेम्बली पहाडि़या महासभा की बैठक प्रधान रंजित पहाडि़या की अध्यक्षता में हुई।बैठक में ग्राम प्रशासक समिति समूहों, जिसमें प्रधान,गोड़ायत,नादो,भोगदोराजा,एवं समिति के महिला पुरुष सदस्य उपस्थित हुए।बैठक में सबसे पहले सिमड़ीपाड़ा में बीर बाबा जबरा पहाडि़या (तिलका मांझी) की आशीर्वाद के लिए एक मिनट का मौन रखा गया है। बैठक में उपस्थित ग्राम प्रधानों चान्दू पहाडि़या केरमा,सोबना पहाडि़या बड़ा बस्को,जबड़ा पहाडि़या मालीपाडा,लच्छू देहरी टुटरा पहाड़,जबड़ा पहाडि़या पतरापाड़ा,बोबे पहाडि़या चोड़गो,कालू पहाडि़या डुमरचीर पहाड़,राजबुधन देहरी दुधाजोर, ने अपना विचार व्यक्त किया। मौके पर मौजूद सभा के महासचिव शिवचरण मालतो ने कहा कि आदिवासी की सुरक्षा हेतु माननीय संसद के द्वारा अनुसूचित क्षेत्रों में संसदीय कानून 24 दिसम्बर 1996, पी0 पेसा अस्तित्व में आया और जिसमें संवैधानिक सम्पूर्ण शक्ति प्रदान की गयी है। उसी संविधान का शपथ लेने वाले जनप्रतिनिधि के द्वारा असंवैधानिक रूप से उल्लंघन कर क्षति पहुंचाने काम सरकार के द्वारा किया जा रहा है। अनुसूचित क्षेत्रों का असंवैधानिक रूप से हमले हो रहे हैं, जल,जंगल,जमीन,पहाड़,खनिज सम्पदा की लूट मची है। इस को बचाने के लिए हमें आगे आना होगा।अन्होने कहा कि 1996 के पी0 पेसा कानून में प्रशासन और नियंत्रण करने के लिए 23 प्रावधानों की शक्ति प्रदान किया गया है। अनुसूचित क्षेत्रों में इसके अनुपालन हेतु प्रावधानों को लागू कराना हमलोगों का अंतिम लक्ष्य है। आदिवासी की सुरक्षा इसी में निहित है। मौके पर मौजूद मुखिया मोतीलाल पहाडि़या,पूर्व सैनिक रामकूमार पहाडि़या ने भी अपने वक्तव्यों को रखते हुये एकलजूटता पर जोर दिया।मौके पर सरदार जबड़ा पहाडि़या, सरदार नारना पहाडि़या,सरदार शुकदेव देहरी, नायब कालू पहाडि़या,नायब सोनिया पहाडि़या,नायब बामना पहाडि़या,नायब पहाडि़या,नायब जबडा पहाडि़या,नायब जबड़ा पहाडि़या,लोकना पहाडि़या, कमल कुमार पहाडि़या, नायब विनोद पहाडि़या,नायब देवनारायण पहाडि़या,नायब बुधन गृही,नायब रूपय देहरी, नायब भीमसेन देहरी, शिबू पहाडि़या, जयकान्त पहाडि़या,सीताराम पहाडि़या नायब, पहाडि़या,नायब सोनिया पहाडि़या,सुरजा पहाडि़या समेत दर्जनों लेाग मौजूद थे।