खूंटी: खूंटी के तिरला स्थित होरा नर्सिंग ट्रेनिंग में पढ़ रही छात्राओं के साथ छेड़खानी मामले की सच्चाई जानने और उचित कार्रवाई हेतु भाजपा महिला मोर्चा की टीम खूंटी पहुंची। भाजपा की महिला टीम होरा नर्सिंग ट्रेनिंग स्थल पहुंची और देखा कि नर्सिंग ट्रेनिंग के लिए आवश्यक मानकों की कमी पाई गई। जांच टीम ने पाया कि होरा नर्सिंग ट्रेनिंग एनजीओ के छोटे से घरनुमा परिसर में संचालित है। इस पूरे मामले पर खूंटी जिला प्रशासन ने टीम का गठन किया है और टीम द्वारा मामले के विभिन्न पहलुओं पर जांच की जा रही है। भाजपा महिला मोर्चा की टीम ने बताया कि ट्रेनिंग सेंटर में पढ़ रही छात्राओं द्वारा होरा संस्था के निदेशक बबलू उर्फ परवेज आलम द्वारा किशोरी छात्राओं के आंतरिक अंगों पर हाथ लगाने का मामला प्रकाश में आया है। यह निश्चित रूप से छेड़खानी का मामला बनता है साथ ही नर्सिंग ट्रेनिंग के लिए सरकार के गाइड लाइन के मुताबिक कोई संतोषजनक दस्तावेज नहीं मिले। संस्था नर्सिंग ट्रेनिंग के नाम पर फर्जीवाड़ा कर रही है यह 420 का मामला भी बनेगा। 2007 से होरा एनजीओ खूंटी में कार्य कर रही है,लेकिन 2020 से होरा एनजीओ ने तिरला में बगैर जिला प्रशासन को जानकारी दिए नर्सिंग ट्रेनिंग भी संचालित किया है।
खूंटी जिला प्रशासन ने संबंधित मामले में शनिवार को जांच टीम का गठन कर मामले की जांच कराई तो कई महत्वपूर्ण तथ्य सामने आए। होरा संस्था की सचिव ने भी जांच टीम को गोल-मटोल जवाब दिया। संस्था के बबलू उर्फ परवेज आलम को कभी निदेशक तो कभी कोषाध्यक्ष बताया गया। आखिर बगैर आधिकारिक दस्तावेज के होरा नर्सिंग ट्रेनिंग के नाम पर गरीब आदिवासी छात्राओं से पैसे की वसूली और ट्रेनिंग के बहाने छेड़खानी करना अपराध है। मामले में बबलू उर्फ परवेज आलम की गिरफ्तारी की गई है। एनजीओ होरा संस्था की सचिव मरियम से भी जिले की जांच टीम ने कई बिंदुओं पर पूछताछ की है। उपायुक्त ने मामले पर गहनता से जांच कर दोषी के विरुद्ध कार्रवाई का भी आश्वासन दिया है। डीसी शशि रंजन ने बताया कि घटना की जांच के लिए टीम का गठन किया गया है। जांच टीम सभी पहलुओं पर जांच कर रही है इसके अलावा उन्हें ये भी निर्देश दिया गया है कि जिले में जितने भी एनजीओ है उसकी जांच कर रिपोर्ट दें। डीसी ने ये भी बताया कि एनजीओ में पढ़ने वाली सभी बच्चियों के भविष्य बेहतर बने इसके लिए जिला प्रशासन पहल करेगी।
इधर भाजपा महिला मोर्चा की टीम ने भी मामले को गंभीर बताते हुए जिला प्रशासन से उचित कार्रवाई करने और नर्सिंग ट्रेनिंग में अपना पैसा लगा चुकी छात्राओं का भविष्य अधर में न लटके इसकी चिंता भी प्रशासन को करने की मांग की गई है। वहीं मामले पर विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा करने के बाद जिला प्रशासन ने कहा है कि जिला प्रशासन मामले पर गंभीर है और छात्राओं के भविष्य को लेकर सकारात्मक पहल भी करेगा।
जांच टीम में भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष गंगोत्री कुजूर, महिला मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष आरती कुजूर, कोषाध्यक्ष सोनी हेम्ब्रम, काजल प्रधान, भाजपा अजजा मोर्चा प्रदेश मंत्री जगन्नाथ मुंडा, जिला सांसद प्रतिनिधि मनोज कुमार, लक्ष्मी बाखला, जिला सोशल मीडिया अध्यक्ष संदीप आनन्द, युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष राजेश महतो समेत अन्य शामिल थे।