कामिल की रिपोर्ट
बसंतराय : स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह में रविवार से किए गए बदलाव को लेकर प्रखंड क्षेत्र के कोरियाना एवं सनौर अंतर्राज्यीय चेकनाका पर सभी वाहनों का सघन जांच किया जा रहा है । हर आने जाने वाले वाहन चालकों से ई पास के साथ वाहनों का डिक्की एवं कागजात की बारीकी से जांच की जा रही है।
जानकारी हो कि पिछले साल के कोरोना काल से ही अंतर्राज्यीय चेकनाक पर दंडाधिकारी एवं आईआरबी के जवान तैनात हैं। सम्पूर्ण लॉकडाउन के बाद से ही झारखंड बिहार की सीमा को सील किया गया है। सनौर चेकनाका पर प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी महावीर उरांव और कोरियना चेकनाका पर तैनात शिवजी मिश्रा ने बताया कि दोनो राज्य (बिहार एवं झारखंड) में लॉकडाउन के वजह से वाहनों का परिचालन बेहद कम है। सभी वाहनों का सघन जांच किया जाता है। कागजात और हेलमेट, मास्क की भी जांच भी किया जाता है। ई पास की वैधता देखी जाती है।
जानकारी हो कि झारखंड में स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के नियमों में बदलाव करते हुए रविवार से परिचालन के लिए ई पास बनवाना अनिवार्य कर दिया गया है। अंतर्राज्यीय सीमा पर 24 घंटा दंडाधिकारी और पुलिस बल के जवान मौजूद रहते हैं,ताकि सीमा क्षेत्र से अवैध तस्करी सहित सभी गतिविधि पर नजर रखी जा सके। झारखंड सरकार ने बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह को और सख्त करते हुए 27 मई तक बढ़ा दिया गया है। एक जिले से दूसरे जिले एवं एक गांव से दूसरे गांव जाने पर भी पाबंदी लगा दी गई है। बिना वैध इ- पास के किसी भी तरह के वाहनों के परिचालन पर रोक लगा दी गई है।
मालूम हो कि अंतर प्रांतीय सीमा क्षेत्र में स्थित सनौर एवं कोरियाना चेक नाका काफी संवेदनशील है। इस रास्ते से होकर शराब की तस्करी भी व्यापक पैमाने पर होती है।पड़ोसी राज्य बिहार में शराबबंदी के कारण बड़ी मात्रा में झारखंड से शराब की खेप इसी रास्ते से पहुंचाई जाती है। हालिया समय में कई धंधेबाज जांच के दौरान पकड़े भी गए हैं।