पांकी से लौकेश सिंह की रिपोर्ट
पांकी: मंगलवार को भाकपा माले आइसा कि जांच टीम पांकी प्रखंड के बांदूबार 16 वर्षीय चंदा कुमारी के यहां पहुंचा और चंदा की के संबंध में परिजनों से जानकारी ली। परिजनों ने बताया कि सोमवार को चंदा घर से निकली थी एक दिन खोजबीन के बाद पता नहीं चलने पर मंगलवार को पांकी थाना में प्राथमिकी दर्ज करवाया जाता है। जिसके बाद बुधवार को लाली माटी में पेड़ से लटका हुआ शव देखा गया उसके बाद परिजनों को सूचना मिली।
महिलाएं बोली कि चंदा कुमारी की एक आंख फोड़ी हुई थी,और पैर के ऊपर से ब्लड आया था, जिससे प्रतीत होता है कि रेप कर साक्ष्य को छुपाने के लिए मार दिया गया है।पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल डाल्टेनगंज भेजे दिया। पुलिस के जांच के बाद पता चला कि चंदा के फोन से गांव के ही लड़का प्रदीप कुमार ने 53 मिनट तक बात की जिसके बाद पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। उसके बाद गांव के के कुछ निहित स्वार्थी तत्व के लोग अपराधियों को बचाने के लिए व केश वापस करने के लिए चंदा के घर में घुस कर पर पीट करने लगें। पुलिस ने अपनी रिपोर्ट मे खुलासा किया है कि प्रेम प्रसंग का मामला था लड़की ने शादी के लिए दबाव बना रही थीं तो यह घटना का अंजाम दिया गया है।दोनों की गिरफ्तारी के बाद गांव के कुछ निहित स्वार्थी लोग सोशल मीडिया में बयान दे रहे हैं ,कि चंदा के पिता चंदा को मार पीट रहे थे,और चंदा चिल्ला रही थी, छोड़ दीजिए पप्पा छोड़.. छोड़ दीजिए।सवाल हैं कि जब चंदा के पिता मार पीट रहे थे ,तो क्यों नहीं छुड़ाए? जब चिला रही तो तो घर में जाकर माना क्यों नहीं किए?गांव के लोग एक जुट होकर उसी दिन चंदा के यहां क्यों नहीं गए?थोड़ा आपसी झगड़ा होती हैं तो तुरंत गांव वाले छोड़ाने लगाते हैं, लेकिन किसी कि हत्या हो रही है और लोग मुखदर्शक बने रहे है? मानवता इतना कमजोर कभी नही होगा।भाकपा माले और आइसा इसे दोषियों को बचाने के लिए और ऑनर किनीक की और धकलेने के लिए मनगढ़ंत बयान मानता है।भाकपा माले जिला सचिव आर एन सिंह ने कहा कि
देश में लगातर महिलाओं के साथ बलात्कार, हत्याएं की घटना तेजी से बढ़ रही है, जिसका पलामू, पांकी भी अछूता नहीं है।पांकी के बांदूबार गांव में 16वर्षीय चंदा बहन की हत्या निंदनीय हैं,और ऊपर से परिजनों को डराया धमकाया जा रहा हैं। यानी चोरी और सीना जोरी दोनों कर रहे हैं। आज से कुछ दिन पहले पांकी के करार में भी घटना हुई थीं। भाजपा का बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ नारा सिर्फ जुमला है,देश में नफ़रत की बीज बोई जा रही हैं और महिलाओं के प्रति घृणा भाव पैदा किया जा रहा है। क्या महिला मुक्त देश बनाना हैं ? क्यों हों रहा हैं इस तरह की घटनाएं? सामाज में ऐसी मानसिकता क्यों बढ़ रही हैं?
भाजपा शासित राज्यों में तो लागतार महिलाओ के साथ दुष्कर्म,हत्या आम हो गई है क्या झारखंड को भी बनाना हैं?
झारखंड में भी लगातर महिलाओं और छात्राओं के साथ घटना घाट रही हैं।पलामू में पिछले एक साल में कई छात्राओं के साथ,दुष्कर्म और हत्या की घटनाएं हुई हैं,
जिसका उदाहरण हैं,सिक्की, मेराल, कजरी, डाल्टनगंज, छतरपुर, करार जैस दर्जनों घटनाएं घटी हैं।
राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने चुनाव के वक्त बोले थे कि हम महिलाओं के मान सम्मान दिलायगे और संघर्ष करेंगे।
भाकपा माले किए गए वादा को याद दिलाता हैं और मांग करता है कि भाजपा शासित राज्यों जैसे होने से झारखंड को रोके और दोषियों पर कड़ी से कड़ी करवाईं करें। ,
भाकपा माले और आइसा का मांग…
1 फास्ट ट्रेक कोर्ट में मुकदमा चले।
2 निर्भया फंड से परिजनों को मुआवजा की गारंटी करों।
3 दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दो।
4 परिजनों को डराना धमकाना बंद करो।