गोड्डा: शहर के वार्ड नंबर 8 स्थित गोढ़ी में मंगलवार को एक दिवसीय आयोडीन जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में जिला स्वास्थ्य प्रबंधक जयशंकर ने बताया कि आयोडीन एक सूक्ष्म पोषक तत्व है, जिसकी अल्प मात्रा शरीर की क्रियाओं के नियंत्रण हेतु आवश्यक है। शरीर में आयोडीन की उपलब्धता आयोडीन युक्त नमक के उपयोग से संभव है।
जिला स्वास्थ्य प्रबंधक लॉरेंस तिर्की ने कहा कि आयोडीन की कमी से घेंघा, गर्भपात, हर वक्त थकान, कब्ज और वजन बढ़ने जैसी दिक्कत हो सकती है। रूखा स्किन और बालों का गिरना भी आयोडीन की कमी से हो सकता है। पुरूष की तुलना में महिलाओं में हाइपोथायरायडिज्म का खतरा 8 गुना रहता है।
ब्लॉक ट्रेनर बेबी कुमारी ने आयोडीन का परीक्षण कर दिखाया एवं बताया कि नमक में आयोडीन 15 पीपीएम से अधिक होने पर ही प्रयोग में लाना चाहिए।इसको पहचानने के बारे में कहा कि नमक के हर पैकेट में उगता सूर्य का चिन्ह वाला ही आयोडीन नमक होता हैं। हमें आयोडीन वाले फूड का प्रयोग करना चाहिए। जैसे मछली, दूध, पनीर, मुनक्का, दही, ब्राउन राइस, रोस्टेड आलू इत्यादि। इस कार्यक्रम में राजकिशोर पोद्दार, एएनएम अराधना कुमारी, प्रेमलता कुमारी, संगीता कुमारी, सहिया किरण देवी, पूनम कुमारी, ब्लॉक ट्रेनर प्रह्लाद कुमार एवं अन्य लोग उपस्थित थे।