सिमडेगा : जिला जनसम्पर्क कार्यालय, सिमडेगा की ओर से जल शक्ति अभियान विषय पर ठेठईटांगर प्रखंड कार्यालय सभागार में सेमिनार का आयोजन किया गया. सेमिनार में मुख्य वक्ता के रूप में प्रखंड विकास पदाधिकारी मनोज कुमार ने लोगों संबोधित करते हुये कहा कि जल संचयन वर्तमान नहीं भविष्य को देखकर करना बहुत जरूरी है. उन्होंने ने उपस्थित लोगों को जल शक्ति अभियान की महत्त्व के बारे में बताते हुये कहा कि जल संचयन के लिए बारिश का पानी टी0सी0बी, तलाब, कुंआ, चेकडैम एवं वृक्षारोपण आदि योजनाओं के माध्यम से किया जा सकता है. प्रखंड कृषि पदाधिकारी ने बताया कि कृषि हेतु किसनों के लिए जल संचयन कितना उपयोगी है. कृषि करने के लिए सबसे जरूरी चीज है जल जिला में प्रयाप्त मात्रा में जल मिले तो हर तरह की खेती संभव है इस वैज्ञानिक युग में 20 सूत्री कार्यक्रम के अध्यक्ष उमेश प्रसाद ने विषय प्रवेश के दौरान कहा कि जल उपयोगिता को हर नागरिक को जानना जरूरी है साथ ही जल संचयन हेतु किन-किन विधियों का इस्तेमाल कर एक आम आदमी जल संचयन कर सकता है इस दिशा में पहल भी होनी चाहिए. प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी सुनील कुमार ने सेमिनार के माध्यम से बताया कि स्कूल स्तरों पर बच्चों के माध्यम से जल शक्ति अभियान से आम लोगों को जोड़ने के लिए कई तरह के जागरूकता अभियान चलाये जा रहे हैं. ठेठईटांगर के मुखिया श्री बंधु मांझी ने कहा कि गांवों में जल संचयन के लिए सरकार एवं आम लोगों के पहल पर कई तरह के योजनाओं पर कार्य किया जा रहा हैं लेकिन सबसे जरूरी हैं कि आम लोग अपने घरों के आसपास के क्षेत्रों में जल संचयन की विधि को अपनाएं ताकि हर साल इस दिशा में आम लोगों द्वारा पहल संभव हो सके.