* राज्य भर के पत्रकारों को सुरक्षा कीट मुहैया कराए झारखंड सरकार।
रांची: भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी झारखंड राज्य के सचीव सह पूर्व सांसद भुवनेश्वर प्रसाद मेहता ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखकर राज्य में कोरोना से मरे पत्रकारों के परिवार को 1000000 रुपए मुआवजा और नौकरी देने की मांग की है । उन्होंने पत्रकारों के निधन पर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की ओर से शोक व्यक्त किया और उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है। श्री मेहता ने पत्र में कहा है कि पत्रकार समाचार संकलन के लिए अपना जान जोखिम में डालकर काम करते हैं । भ्रष्टाचार से लेकर के अपराधिक मामलों तक और इस कोरोना युद्ध में भी उनकी अहम भूमिका है । सच्चाई को जनता तक पहुंचाने और जनता की समस्याओं को सरकार तक पहुंचाने में उनकी भूमिका सराहनीय है ।इसलिए कोरोनावायरस के रूप में सम्मानित करते हुए बीमारी से मरे हुए पत्रकारों को मुआवजा और नौकरी की गारंटी सरकार को करनी चाहिए । उन्होंने कहा कि अभी तक डेढ़ दर्जन से अधिक पत्रकारों ने अपना जान कुर्बान कर दिया । मीडिया हाउस के द्वारा पत्रकारों को ना के बराबर तनखाह मिलता है ,राज्य के अंदर सैकड़ों पत्रकार बगैर तनख्वाह के काम करते हैं, लेकिन पत्रकारिता भी एक सेवा का जगह है और वह भी लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है ,इस लोकतंत्र को बचाने में उनका बड़ी भूमिका है। इसलिए राज्य के पत्रकारों को हर तरह की सुविधाएं निजी अस्पतालों में भी निशुल्क इलाज एवं परिवार की सुरक्षा की गारंटी सरकार को करनी चाहिए। केंद्र की सरकार लगातार राज्य की अनदेखी कर रही है , केंद्र सरकार के कारण राज्य अपमानित महसूस कर रहा है । केंद्र सरकार के नीतियों और गलतियों के कारण पूरे देश की जनता भुगत रही है। केंद्र सरकार ताली थाली बजा कर कोरोना को भगाना चाहती थी, लेकिन आज यह बीमारी महामारी का रूप धारण कर चुका है ।पूरे देश में महामारी से हाहाकार है। अस्पताल से लेकर के शमशान तक लाइने लगी हुई है ।लेकिन केंद्र सरकार को जनता की कोई ख्याल नहीं , इसीलिए हेमंत सरकार को अपने राजधर्म को पालन करते हुए अपने राज्य की जनता की सुरक्षा की गारंटी करनी चाहिए । उक्त जानकारी भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी झारखंड राज्य के सहायक सचिव महेंद्र पाठक ने दिया ।