सिरका : अंजुमन फरोग उर्दू,झारखण्ड के आह्वान पर और उनके द्वारा उपलब्ध कराए गए फार्मेट पर गांव गांव हस्ताक्षर करवाया जा रहा है। इस अभियान के तहत रामगढ़ जिले के अरगड्डा में बैठक किया गया। बैठक की अध्यक्षता हारून रशीद ने किया और संचालन एहसान अंसारी ने किया। बैठक में निर्णय लिया गया कि अरगडा, सिरका, बुधबाजार , चपरी , हैसला , मनुवा , फुलसरा आदि में हस्ताक्षर आभियान चलाया जाएगा। बैठक के मुख्य अतिथि प्रोफ़ेसर शाहनवाज खान ने कहा कि झारखण्ड सरकार उर्दू अकादमी का गठन करे। बिहार और दूसरे कई राज्यों में उर्दू अकादमी है लेकिन झारखण्ड अलग राज्य होने के इक्कीस वर्ष होने के बाद भी यहां उर्दू अकादमी गठन नहीं हो पाया है। जबकि उर्दू इस प्रदेश की दूसरी राजकीय भाषा है। झारखंड के साथ बने नए राज्य छत्तीसगढ़ और उत्तराखंड में भी उर्दू अकादमी बहुत पहले ही गठन हो चुका है। यदि नहीं है तो केवल अपने झारखंड राज्य में नहीं है। हारून रशीद ने कहा कि झारखण्ड के प्राथमिक वा मध्य विद्यालयों में उर्दू भाषा की शिक्षा लगभग बंद है। यहां तक जो उर्दू मध्यम के सरकारी विद्यालय हैं उनमें उर्दू मध्यम से शिक्षा देना दूर वहां एक भी पर्चा उर्दू नहीं पढ़ाई जा रही है। झारखण्ड के प्राथमिक और मध्य विद्यालयों में उर्दू की किताबें भी उपलब्ध नहीं कराई जा रही है। एहसान अंसारी ने कहा कि अविभाजित बिहार के ज़माने से ही झारखण्ड के जिलों में उर्दू शिक्षक के 4401 रिक्त पदों को अभी तक भरा नहीं जा सका हैं। इन कारणों से उर्दू भाषी नागरिकों में काफी असंतोष है। मो.असलम ने कहा कि उपरोक्त मांगों को ले कर लाखों हस्ताक्षर के साथ अंजुमन फरोग उर्दू, झारखण्ड के द्वारा राज्य सरकार को मांगपत्र सौंपा जाएगा। बैठक में मो.असलम, मो.इमतियाज, हुसैन खान, सलीम अंसारी, सोमू खान,अकबर खान, छोटू खान,आरिफ अंसारी, इकबाल अंसारी, मो.एसरफिल, महमूद खान, मो.मुस्ताक, बेलाल मलिक, ताहिर हुसैन,मो.ताहिर,अख्तर खान आदि उपस्थित थे।