रांची: झारखंड ऊर्जा विकास श्रमिक संघ की ओर से अपने विभिन्न मांगो को लेकर आज अध्यक्ष अजय राय के नेतृत्व में विधुत अधीक्षण अभियंता सुनील कुमार ,विधुत आपूर्ति अंचल गुमला का घेराव किया गया ।
इस अवसर पर झारखंड ऊर्जा विकास समिति संघ के केंद्रीय अध्यक्ष जय राय ने कहा कि झारखंड ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड द्वारा वर्ष 2017 में मानव दिवस की प्रथा समाप्त कर आउट सोर्स एजेंसी की शुरू की गई । तब से लेकर वर्ष 20-21 तक लगभग राज्य के सभी एरिया बोर्ड व ट्रांसमिशन जोन में कर्मचारियों के हालात बद से बदतर होते चले गए यही हाल यहां गुमला अंचल का भी है । अपनी जान जोखिम में डालकर एक एक कर्मचारी लगातार अपनी सेवा निगम को देते आ रहे हैं मगर इन्हें उसका मेहनताना सही तरीके से नहीं मिल पा रहा है ।
अजय राय ने कहा कि यह विभाग मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के अधिन आता है बावजूद जहा कोरोना के दौरान दर्जनों साथियों ने अपनी जाने गवाई है उनके आश्रितों को अभी तक कहीं कोई मुआवजा या सहायता राशि नहीं दी गई । अजय राय ने कहा कि 24 घंटे देने वाले इन कर्मियों को फ्रंट लाइन वर्कर्स की श्रेणी में रखा जाना चाहिए था मगर इनका सुध लेने वाला भी कोई नहीं है। वही वर्तमान में झारखंड के सभी सप्लाई एरिया बोर्ड और ट्रांसमिशन जोन में कर्मचारियों को तीन माह से लेकर सात माह तक का वेतन ,ईपीएफ, ईएसआइ,एरियर लंबित है वही ट्रांसमिशन जोन में अवधि विस्तार नही होने से कर्मचारियों को वेतन भी नहीं मिल पा रहा है। वर्तमान में कही कोई घटना दुर्घटना होने पर जवाबदेही किसकी होगी? यह भी गंभीर मामला है।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2017 से 2021 तक राज्य सरकार के श्रम विभाग द्वारा मंहगाई भत्ता और दर में बढ़ोतरी की गई मगर अभी तक उसका बढ़ा हुआ एरियर का भुगतान भी विभाग की ओर से नही की गई जबकि इस मुद्दे को लेकर संघ की ओर से कई पत्र और आंदोलन के माध्यम से भी निगम को ध्यान आकर्षित कराया गया है ।