– परिवर्तन यात्रा के माध्यम से अखिल भारतीय कांग्रेस समिति की सचिव एवं उत्तराखंड की सह प्रभारी विधायक दीपिका पांडेय सिंह भाजपा को सत्ता से बेदखल करने के लिए सक्रिय
– आगामी उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में बन सकता है गोड्डा का डंका!
गोड्डा से अभय पलिवार की रिपोर्ट
गोड्डा: अगले साल के पूर्वार्ध में होने वाले उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी एवं मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के बीच जोरदार चुनावी दंगल का समा बन रहा है। भाजपा अपनी पार्टी की सरकार के खिलाफ व्याप्त असंतोष को भांपते हुए साढ़े चार साल के अंतराल पर तीन मुख्यमंत्री बना चुकी है। वहीं भाजपा को सत्ता से बेदखल करने के लिए कांग्रेस भी जोर शोर से लगी है। उत्तराखंड के सत्ता सिंहासन पर फिर से कांग्रेस की ताजपोशी के लिए झारखंड की एक बेटी दीपिका पांडेय सिंह, जो गोड्डा जिला के महागामा क्षेत्र की तेजतर्रार एवं सांगठनिक कौशल में निपुण विधायक हैं, जोरदार तरीके से सक्रिय हैं।
मालूम हो कि विधायक श्रीमती पांडेय की सांगठनिक क्षमता को देखते हुए कांग्रेस के राष्ट्रीय नेतृत्व ने उन्हें पार्टी की राष्ट्रीय समिति के सचिव पद पर प्रोन्नत करने के साथ ही उत्तराखंड का सांगठनिक सह प्रभारी नियुक्त किया है। सांगठनिक सह प्रभारी नियुक्त होने के बाद विधायक श्रीमती पांडेय उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को फिर से सत्ता की कुर्सी पर बैठाने के लिए जोर शोर से लग गई हैं।
भाजपा को सत्ता से बेदखल करने एवं कांग्रेस की ताजपोशी करने के लिए पार्टी की ओर से दूसरे चरण की तीन दिवसीय परिवर्तन यात्रा 18 सितंबर से हरिद्वार से शुरू की गई है। दूसरे चरण की परिवर्तन यात्रा का समापन 20 सितंबर को होगा। इस तीन दिवसीय परिवर्तन यात्रा के दौरान कांग्रेस नेताओं की और से राज्य के 11 विधानसभा क्षेत्रों में जनसंपर्क अभियान चलाने एवं सभा को संबोधित करने का कार्यक्रम निर्धारित है। परिवर्तन यात्रा में उत्तराखंड के कांग्रेस प्रभारी देवेंद्र यादव, सह प्रभारी दीपिका पांडेय सिंह समेत राज्य के सभी प्रमुख नेता शिरकत कर रहे हैं। हालांकि उत्तराखंड के चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष एवं राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत पंजाब की राजनीतिक उथल-पुथल के कारण परिवर्तन यात्रा में शामिल नहीं हो सके हैं।
मालूम हो कि श्री रावत पंजाब राज्य के कांग्रेस के प्रभारी हैं। पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के त्यागपत्र के बाद मची राजनीतिक उथल-पुथल के कारण श्री रावत पंजाब में सक्रिय हो गए हैं।
परिवर्तन यात्रा का दूसरा चरण प्रारंभ होने से एक दिन पूर्व 17 सितंबर को विश्वकर्मा पूजा के पावन मौके पर कांग्रेस की सह प्रभारी दीपिका पांडेय सिंह ने पार्टी के अन्य नेताओं के साथ हरिद्वार के हरकी पैड़ी में संध्या गंगा की आरती की। विधायक श्रीमती पांडेय आगामी विधानसभा चुनाव में उत्तराखंड में कांग्रेस की सरकार बनने के प्रति पूरी तरह आशान्वित हैं। इस संवाददाता से दूरभाष पर बात करते हुए उन्होंने बताया कि उत्तराखंड में परिवर्तन की लहर चल रही है। भाजपा सरकार की नीतियों के कारण लोगों में जबर्दस्त आक्रोश है। राज्य के लोग भाजपा को सत्ता से बेदखल करने एवं कांग्रेस के हाथ में सत्ता की चाभी सौंपने के लिए तैयार हैं। राज्य में कांग्रेसी नेताओं के बीच व्याप्त गुटबाजी के बाबत उन्होंने बताया कि राज्य के तमाम कांग्रेसी नेता एकजुट होकर आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी को जीत दिलाने के लिए जोर शोर से काम कर रहे हैं।
मालूम हो कि 70 सदस्यीय उत्तराखंड विधानसभा के पिछले चुनाव में भाजपा को 57 एवं कांग्रेस को 11 सीटों पर जीत मिली थी। भारी भरकम जीत के बावजूद भाजपा राज्य में स्थाई सरकार देने में विफल सिद्ध हुई है। साढ़े 4 वर्ष के अंतराल पर राज्य में भाजपा के तीन मुख्यमंत्री की ताजपोशी हो चुकी है।
बहरहाल, उत्तराखंड विधानसभा का आगामी चुनाव कांग्रेस की सह प्रभारी के रूप में झारखंड की बेटी दीपिका पांडेय सिंह के लिए चुनौती एवं अवसर दोनों है। राज्य में विभिन्न गुटों में बंटे कांग्रेस के नेताओं को एकता के सूत्र में पिरोते हुए चुनाव मैदान में उतारना श्रीमती सिंह के लिए चुनौती है। इस चुनौती का सफलतापूर्वक सामना करते हुए यदि राज्य में कांग्रेस सत्ता में वापसी करने में सफल हो पाती है, तो निसंदेह कांग्रेस की राष्ट्रीय राजनीति में दीपिका पांडे सिंह का कद और बढ़ जाएगा।