खूंटी : हाल के दिनों में हुए मुठभेड़ के बाद से खूंटी पुलिस एक बार फिर नक्सलियों को मुख्यधारा से जुड़ने का संदेश भेजवा रही है। पूर्व की तरह खूंटी पुलिस अन्य माध्यमों से नक्सलियों को सरकार की मुख्यधारा पॉलिसी से जुड़ने की अपील कर रही है। मुख्यधार से नही जुड़ने वालों के खिलाफ खूंटी पुलिस भी गोली का जवाब गोली से देने को तैयार है। इधर पुलिस सूत्रों की माने तो 15 अगस्त से पहले जिले का कई बड़े नक्सली खूंटी पुलिस के समक्ष हथियार डाल सकती है। हथियार डालने वाले नक्सली पुलिस के संपर्क में भी है हालांकि एसपी आशुतोष शेखर से इससे इंकार किया है उन्होंने कहा कि अभी बताना जल्दबाजी होगा। समय आने और जल्द ही खुलासा कर दिया जाएगा।
जिले में आतंक मचाने वाले नक्सलियों को पुलिस चुनचुन कर मुठभेड़ में मार रही है। प्रतिबंधित नक्सली संगठन माओवादी हो या पीएलएफआई। दोनों संगठन के खिलाफ खूंटी पुलिस का अभियान सफलता पूर्वक चल रहा है जिसका नतीजा है कि खूंटी पुलिस और सीआरपीएफ के अलावा कोबरा के जवानों ने खूंटी ही नही पड़ोसी जिला के जंगलों में घुसकर नक्सलियों का खात्मा कर रही है। दो वर्षों के भीतर पुलिस ने 15 कुख्यात नक्सलियों को मुठभेड़ में मार गिराया है जिसमे 38 लाख के कुल पांच नक्सली भी शामिल है जबकि 22 अत्याधुनिक हथियार,1206 जिंदा कारतूस और दर्जनों केन बम और बम शामिल है।
खूंटी पुलिस एक एक करके इनामी नक्सलियों को एनकाउंटर में सफाया करती जा रही है। खूंटी, चाईबासा, गुमला और गुमला जिले के सुदूरवर्ती इलाकों में प्रतिबंधित पीएलएफआई और भाकपा माओवादी लगातार अपने उग्रवादी गतिविधियों को अंजाम देता रहा है। हत्या, आगजनी, लेवी वसूली, रंगदारी समेत कई उग्रवादी गतिविधियों से खूंटी जिला समेत सीमावर्ती इलाका भी अशांत हो जाता है। कई बार पुलिस ऑपेरशन में नक्सलियों की भिड़ंत भी होती है। बावजूद नक्सली मुख्यधारा में लौटने की मंशा नहीं बनाते हैं। नक्सलियों के मुख्यधारा में नहीं लौटने से पुलिस बलों द्वारा लगातार ऑपरेशन चलाकर उन्हें सबक भी सिखाया जा रहा है। 2019-2020 और 21 में भाकपा माओवादी से लेकर पीएलएफआई के 15 से अधिक दुर्दांत नक्सली को मुठभेड़ में मार गिराने के बाद पुलिस के हौसले बुलंद हैं।
खूंटी पुलिस ने जिले में और जिले के बाहर सीमावर्ती जिलों और सीमावर्ती राज्यों में सक्रिय सभी नक्सलियों की सूची बना ली है। हालांकि पुलिस कप्तान ने इस मसले पर खुलासा करने से अभी इंकार किया है, लेकिन पीएलएफआई का दुर्दांत/कुख्यात नक्सली जिदन गुड़िया और शनिचर सुरिन के खात्मे के बाद अब अन्य सभी इनामी और गैर इनामी नक्सली और उग्रवादियों को सरकार की आत्मसमर्पण नीति का लाभ लेने के लिए विज्ञापन तथा अन्य माध्यमो से प्रचार प्रसार किया है। बावजूद जिले में सक्रिय नक्सली अपने हथियार डालने को तैयार नहीं है। नक्सलियों द्वारा पुलिस के समक्ष हथियार नहीं डालने से अब खूंटी पुलिस का काम भी आसान हो गया है। लगातार सूचना तंत्र को मजबूत बनाकर जंगलों में ऑपेरशन और सर्च अभियान चलाये जाने से नक्सलियों के पांव जंगलों से उखाड़ने लगे हैं।
नक्सलियों के बढ़ते संपत्तियों पर भी पुलिस को पैनी नजर है। हाल के दिनों में पुलिस को पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप का चाईबासा में स्कूल होने का खुलासा हुआ है हालांकि एसपी ने कहा कि जांच जारी है और चिन्हित नक्सलियों का संपत्ति जब्ती की कार्रवाई जल्द ही शुरू होगा।
दो वर्षों के भीतर मारे गए नक्सलियों किनसूची और बरामद अत्याधुनिक हथियार
29/01/2019 को अड़की थाना क्षेत्र के तिरला जंगल में पुलिस ने पांच नक्सलियों को मुठभेड़ में मार गिराया था जिसमे दो लाख का इनामी नक्सली प्रभु सहाय बोदरा,संत थोमस सोय, संजय ओडेया, जोहन तोपनो और एक अज्ञात नक्सली शामिल था। सर्च अभियान के दौरान 2 AK 47,.315 का दो राइफल,एक विदेशी पिस्टल,3 देशी पिस्टल और 264 कारतूस
2 – 14/2/19 को रनिया थाना क्षेत्र के जामटोली मोरंबीर जंगल मे हुए मुठभेड़ में 10 लाख का इनामी नक्सली बिक्रम तोपनो मारा गया। इसके पास से पुलिस ने एक विदेशी हथियार HK33,5.56x 45 mark राइफल और 197 कारतूस बरामद किया था। इस मुठभेड़ में दर्जनों नक्सली घायल हुए थे जिसमें दो नक्सली बाद में गिरफ्तार किए गए।
3 -24/2/19 खूंटी के टूरुंडू और गुमला के कामडारा जंगलों में हुए मुठभेड़ 10 लाख का ईनामी नक्सली गुज्जु गोप उर्फ करण उर्फ दादा,विष्णु सिंह और समीर कंडुलना मुठभेड़ में मारा गया। मारे गए नक्सलियों से पुलिस ने 2 AK 47 राइफल,2 फॉरेन पिस्टल,1 9MM पिस्टल, 1 देशी पिश्ताक और 191 कारतूस बरामद हुआ।
4 – 4/4/20 खूंटी चाईबासा से सीमांत जंगलों में हुए मुठभेड़ के दौरान भाकपा मॉवाडो का तीन हार्डकोर नक्सली मारा गया। चिरूंग टोला के रेडा गांव के जंगल मे सोना माही उर्फ प्रियंका,सनिका चंपिया और शांति पूर्ति मुठभेड़ में ढेर हुआ। इन नक्सलियों से पुलिस ने 2 राइफल,2 देशी राइफल,460 कारतूस और 15 बम बरामद हुआ।
5 – 17/12/20 को रनिया के सिमाना क्षेत्र गुदड़ी के जंगलों में हुए मुठभेड़ में मारा का बिहार के नवादा जिला निवासी पीएलएफआई सोनू कुमार। इसके पास एक राइफल बरामद हुआ था जबकि कई बड़े नक्सली भाग निकले थे।
6- 21/12/20 को मुरहू के क्योंसार जंगल मे 15 लाख का कुख्यात ईनामी नक्सली पीएलएफआई का सब जोनल कमांडर जिदन गुड़िया मारा गया। एक AK 47,175 कारतूस समेत तीन दर्जन मोबाईल और लाखों नकद बरामद हुआ था।
7 – 16/7/21 को रनिया और गुदड़ी के बड़ाकेसल जंगल में हुए मुठभेड़ में 10 लाख का ईनामी नक्सली शनीचर सुरीन मारा गया। इसके पास दो पिस्टल और 22 कारतूस बरामद हुआ था। घटनास्थल से पुलिस ने 8 हाई स्पीड बाईक और नक्सली दस्तावेज बरामद किया था।
खूंटी पुलिस दो वर्षो के भीतर 38 लाख के 5 बड़े कुख्यात नक्सलियों को मुठभेड़ में मार गिराया। कुल आकड़ो की बात करे तो अबतक 15 नक्सली मारे जा चुके है,जबकि कुल 22 अत्याधुनिक हथियार और 1206 कारतूस बरामद हुआ।