छात्राओं को स्कूल आना जाना हुआ दूभर
रोज एक किमी. तक सड़क के दोनों ओर लगती है कोल लदे वाहन
छात्राएं हो रही ट्रक चालकों व खलासियों के फब्तियों का शिकार
कोल वाहनो के चलने से उत्पन्न कीचड़ बनी लोगों की परेशानियों का सबब
अविनाश
कटकमसांडी : कटकमसांडी रेलवे स्टेशन के समीप कोल डंप तक आने वाले सैकड़ों कोयले लदे वाहनों के परिचालन लोगों के लिए तकलीफदेह बनती जा रही है। वाहनों से कोयले की डंप में हो रही देरी के कारण सैकड़ों कोल लदे वाहन अपनी बारी के इंतजार में रोज कटकमसांडी-चतरा मुख्य पथ के दोनों ओर कतारबद्ध होकर खड़े रहते हैं, जिससे जाम की स्थिति बनी रहती है। वाहनों के परिचालन से सड़क तो पहले से ही धूल धुसरित रहती है। बरसात के इन दिनों कोल वाहनों को कोल डंपिंग यार्ड से आने जाने के कारण मुख्य सड़क की हालत भयावह हो गई है। कोयले और मिट्टी भरी कीचड़युक्त सड़कों पर राहगीरों, खासकर स्कूली बच्चों को मजबूरन आना जाना पड़ रहा है। इतना ही नहीं, रोज स्कूल आ-जा रहे छात्राओं को ट्रक चालकों व खलासियों के फब्तियों का शिकार होना पड़ रहा है। अभिभावक परेशान दिख रहे हैं। अभिभावकों और शिक्षकों का कहना है कि विभिन्न कोल कम्पनियों द्वारा रोज सैकड़ों वाहनों से कटकमसांडी कोल डंपिंग यार्ड में कोयले डंप कराई जा रही है। डंप यार्ड में एक-एक कर वाहनों का प्रवेश होता है। वाहनो से कोयले खाली कराने व कोल यार्ड से मुख्य सड़क पर निकलने में कम से कम वाहन को एक घंटा लगता है। जबतक एक वाहन से कोयले को डंपिंग होती है तबतक एक दर्जन वाहन सड़कों पर कतारबद्ध खड़ी हो जाती है। लोगों का कहना है कि वाहनों का सड़क पर कतारबद्ध खड़ा रहना रोज का ढर्रा बन गया है। चालक व खलासी को खिड़की खोल अपने अपने सीटों पर बैठकर स्कूल से आते जाते छात्राओ को निहारना व फब्तियां कसना आम बात हो गई है। लोगों में इस बात को लेकर नाराजगी भी देखी जा रही है। बता दें इस पथ से इंटर की छात्राओं का रोज आना जाना होता है। एक तो राहगीर जाम से परेशान। दूसरी ओर छात्र छात्राओं को कीचड़युक्त सड़कों पर लगाना पड़ रहा है छलांग, जिससे निजात पाने के लिए ग्रामीण अभिभावक सदर विधायक मनीष जायसवाल से शिकायत की मन बना चुके हैं।