खूंटी: झारखण्ड के कई जिलों के प्रवासी मजदूर भय में गुजर बसर करने में विवश हैं। मामला हिमाचल प्रदेश का है जहां झारखण्ड के खूंटी समेत अन्य जिलों के डेढ़ सौ से ज्यादा मजदूर कंस्ट्रक्शन कार्यों में जुटे हैं। जानकारी के अनुसार खूंटी के मजदूर समेत अन्य जिलों के मजदूरों के साथ स्थानीय लोगों के द्वारा मारपीट करने और धमकी दिये जाने का मामला सामने आया है। मारपीट और धमकी दिए जाने के बाद मजदूर डरे- सहमे हैं।
बिजली के वायरिंग का काम कराने के लिए ठेकेदार मजदूरों को हिमाचल प्रदेश लेकर गया था लेकिन किसी बात को लेकर स्थानीय लोगों से मजदूरों का विवाद हो गया और बात धमकी तक पहुंच गई। ऐसे में अब कई मजदूर अपने घर-गांव वापस लौटना चाहते हैं।
इस मसले पर जिला श्रम अधीक्षक लक्ष्मी कुमारी ने कहा कि हिमाचल में काम कर रहे मजदूरों से उनकी टेलिफ़ोनिक बातचीत हुई है। साथ ही राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष से भी संबंधित मसले पर जल्द निर्णय लेकर मजदूरों के हितों में आवश्यक कदम उठाने की बात कही गया है। उन्होंने बताया कि आवेदक दशरथ आईन्द का फोन नम्बर आवेदन पत्र में दिया गया है। पर अन्य फंसे मजदूरों का सही पता नहीं रहने के कारण लोगों से सही स्थिति और पता की जानकारी नहीं मिल पा रही है। उन्होंने बताया कि प्रवासी मजदूर भय के कारण अपने प्रवास स्थान का पूरा पता नहीं दिए हैं। जैसे ही मजदूरों का नाम, पता और बाकी डिटेल भेजा जाएगा। उसी अनुरूप मजदूरों की सहमति के आधार पर मजदूरों को वापस लाया जाएगा।