टंडवा(चतरा)। 17 मई को एक तरफ जहां कोरोना महामारी के कारण अपनी जान की सुरक्षा को लेकर लोग घरे में कैद हैं। वहीं टंडवा प्रखंड क्षेत्र में संचालित एनटीपीसी परियोजना के प्रबंधन द्वारा लॉकडाउन का फायदा उठाते हुए रैयतों के भूमि पर बगैर मुआवजा भुगतान किए गुपचुप तरीके से कार्य करने का मामला प्रकाश में आया है। उक्त मामले की भनक जब रैयतों को लगी तो निर्माण स्थल पहुंच कर भूमि का मुआवजा एवं सुरक्षा की मांग को लेकर जमकर हंगामा किया और लैगून निर्माण कार्य को रोक दिया। रैयत राम स्वारथ साव, पिंटु गुप्ता समेत अन्य नें एनटीपीसी प्रबंधन पर आरोप लगाया कि प्रशासन के सह पर आधा भूमि का मुआवजा देकर पूरे जमीन हड़पना चाहती है। विरोध करने पर केस में फंसा देने की धमकी दी जाती है। पुलिस बल को रैयतों के भारी विरोध व आक्रोश का सामना करना पड़ा। अंततः लैगून का कार्य बंद कर दिया गया। लोगों का कहना है कि बगैर चारदिवारी किए काम करने के कारण बड़े-बड़े गड््ढों में कइ जानवर और बच्चे गिरकर घायल हो चुके हैं।