रामगोपाल जेना
चक्रधरपुर: विलुप्त हो रहे संस्कृति को बचाने एवं मागे पर्व पर आधुनिक स्तर पर असभ्य भाषा का इस्तेमाल न करने को लेकर आदिवासी हो समाज युवा महासभा एवं अन्य स्वयं सेवी संगठन के सामाजिक कार्यकर्ताओं ने चक्रधरपुर थाना क्षेत्र के ग्राम जनतालबेड़ा में जागरूकता अभियान चलायी । यहां ग्रामीण मुंडा लखन गागराई की उपस्थिति में आंगनबाड़ी केंद्र परिसर में जागरूक बुद्धिजीवियों के साथ बैठक किया गया और विलुप्त हो रहे संस्कृति को बचाने पर बल दिया गया। साथ ही जिलाध्यक्ष गब्बर सिंह हेंब्रम ने पारंपरिक त्योहारों में आज की युवा पीढ़ी द्वारा असभ्य व अभद्र भाषा का इस्तेमाल कर पारंपरिक मागे पर्व को मनाए जाने की कई असामाजिक मुद्दों को ग्रामीणों के सामने रखा,इससे सृष्टि पर्व के नाम पर अपमान होने से बचाने की अपील किया। झामुमो प्रखंड उपाध्यक्ष श्री मंटू गगराई ने ग्रामीणों से कहा कि आज सामाजिक मंच से हम सबको एक होना चाहिए। ग्राम के विकास में स्वयं की भागीदारी का महत्व समझें,ग्रामसभा को मजबूत कर ग्राम की समस्या का समाधान करने में हम सभी को एकजुटता का परिचय देना होगा। अभियान के माध्यम से झामुमो प्रखंड उपाध्यक्ष श्री मंटू गागरई के सहयोग से ग्राम के दियुरि, सहायक दियुरि एवं लगभग चालीस वृद्धों के बीच मागे पर्व के सम्मान में धोती- साड़ी देकर अभियान टीम की ओर से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर युवा महासभा सीकेपी अनुमंडल अध्यक्ष श्री मदन बोदरा,बीजू ब्रदर्स,मंगल कांडेयांग, सादो बोदरा,सुखराम नायक,रोशन गगराई, सन्नी खंडाईत, चंदन कांडेयांग,जकड़ा कांडेयांग सहित प्रबंध बियुसेस, नारा मिलन चैरिटेबल ट्रस्ट व टीएफए के प्रतिनिधि मौजूद थे।