मुकेश कुमार की रिपोर्ट
महागामा: हिंदू पंचांग के अनुसार हर माह कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को शिवरात्रि का व्रत किया जाता है। इसी तरह से प्रत्येक वर्ष फाल्गुन मास में कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। महागामा स्थित सभी मंदिरो के शिवालयों में सुबह से ही भक्तों की काफी भीड़ देखी गई। महागामा प्रशासन के द्वारा सभी मंदिरों में भीड़ को काबू करने के लिए विशेष व्यवस्था की गई थी। भगवान शिव की कृपा पाने के लिए यह दिन बहुत ही विशेष माना गया है। पौराणिक ग्रंथों के अनुसार इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था। महाशिवरात्रि पर मंदिरों में शिवभक्तों की लंबी कतारे लगती हैं। भक्त शिव जी की कृपा पाने के लिए व्रत और विधिवत् पूजन करते हैं। महाशिवरात्रि पर नियम और निष्ठा के साथ की गई पूजा आपके जीवन के कष्टों को दूर करती है। इसके साथ ही महाशिवरात्रि का पावन पर्व पर पूजा अनुष्ठान और मंत्र जाप करके रोगों और ग्रह दोषों से भी मुक्ति प्राप्त की जा सकती है।