नई दिल्ली: इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट पर तैनात कस्टम एयर प्रिवेंटिव टीम ने एक बार फिर गोल्ड स्मगलिंग के नए माड्यूल को सफलता पूर्वक ध्वस्त कर दिया है. इस बार तस्करों ने अपने मंसूबों को सफल बनाने के लिए न केवल विदेशी मूल की महिला का इस्तेमाल किया, बल्कि सोना छिपाने के लिए नई तरकीब भी निकाली थी. हालांकि, यह बात दीगर है कि कस्टम एयर प्रिवेंटिव टीम की चौकसी के चलते सोना तस्कर एक बार फिर अपने मंसूबों में नाकाम रहे. एडिशनल कमिश्नर ऑफ कस्टम (आईजीआई एयरपोर्ट) डॉ. अमनदीप सिंह के अनुसार, यह विदेशी महिला मूल रूप से दक्षिण कोरिया की नागरिक है. वह कोरियन एयरलाइन की फ्लाइट संख्या KE-0481 से आईजीआई एयरपोर्ट के टर्मिनल थ्री पर पहुंची थी. ग्रीन चैलन क्रास करते समय कस्टम प्रिवेंटिव टीम के अधिकारियों ने इस विदेशी महिला को जांच के लिए रोका. जांच के दौरान, इस महिला के कब्जे से एक माइक्रोस्कोप बरामद किया गया. उन्होंने बताया कि जांच के दौरान कस्टम अधिकारियों को माइक्रोस्कोप का वजन सामान्य से बहुत अधिक लगा. शक के आधार पर कस्टम ने विदेशी महिला को हिरासत में लेकर माइक्रोस्कोप की जांच शुरू की. जांच के दौरान पाया गया कि माइक्रोस्कोप के बॉटम में सोने के 7 बार छिपाए गए थे. जिनका भार करीब 7 किलोग्राम था. माइक्रोस्कोप से बरामद किए गए सोने की कीमत करीब 2.45 करोड़ रुपए आंकी गई है. कस्टम ने विदेशी महिला को तस्करी के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है. उल्लेखनीय है कि कस्टम की तमाम चौकसी के बावजूद सोना तस्कर लगातार तस्करी का प्रयास कर रहे हैं. लगातार मिल रही असफलता के बावजूद तस्कर हर बार एक नई मॉरस ऑपरेंडी लेकर आईजीआई एयरपोर्ट पहुंच रहे हैं. कस्टम की सूझबूझ से एक बार फिर करीब ढाई करोड़ के सोने की तस्करी को असफल कर दिया गया है.