वैक्सीनेशन व कोरोना जांच में लाए तेजी: उपायुक्त
गढ़वा से नित्यानंद दुबे की रिपोर्ट
गढ़वा : उपायुक्त राजेश कुमार पाठक ने अपने कार्यालय प्रकोष्ठ से ऑनलाइन माध्यम से सभी अनुमंडल पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी तथा सिविल सर्जन के साथ बैठक की। बैठक में उन्होंने मुख्य रूप से डेथ सर्वे, वैक्सीनेशन व कोविड जांच संबंधी कार्यों की समीक्षा की।
उपायुक्त ने बताया कि राज्य सरकार के निर्देश पर ग्राम स्तर पर सर्वे किया गया, जिसके तहत सभी तरह के मृत्यु की समीक्षा की गई। समीक्षा के दौरान गढ़वा जिले में कुल 678 मृत्यु की संख्या प्राप्त हुई है। जिसे राज्य सरकार ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के द्वारा इस संदर्भ में मृत्यु का विस्तृत विवरण संबंधी एक प्रपत्र दिया था। सर्वे करते हुए सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों को उस प्रपत्र को भर कर देने का निर्देश प्राप्त था। उपायुक्त ने क्रमवार सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों से इसकी समीक्षा की तथा जिस प्रखंड से मृत्यु के कारण के साथ यह प्रपत्र भरकर उपलब्ध नहीं कराया गया उन्हें जल्द से जल्द यह रिपोर्ट उपलब्ध कराने का निर्देश दिया । उपायुक्त ने सभी अनुमंडल पदाधिकारियों को इस पर विशेष निगरानी रखने को कही। उपायुक्त ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों को फिजिकल वेरिफिकेशन करते हुए मृत्यु के कारण, समय, स्थान समेत अन्य डिटेल के साथ रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश दिया है। इसके अलावा उन्होंने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि सर्वे के कार्य में यदि कोई गांव छूट गया है तो ऐसे में प्रखंड विकास पदाधिकारी टीम भेजकर सर्वे कराएं तथा सर्वे के उपरांत उसकी डिटेल रिपोर्ट जिला प्रशासन को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।
बैठक में वैक्सीनेशन व कोविड जांच पर बात करते हुए उपायुक्त ने कहा कि सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी कोविड जांच में तेजी लाएं, जिले में जांच का अनुपात असंतोषजनक है। अनुमंडल पदाधिकारी व प्रखंड विकास पदाधिकारी जिले के सीमावर्ती क्षेत्रों, प्रमुख हाट बाजार, चेक पोस्ट पर जांच टीम बैठाएं तथा कोविड का गहन जांच अभियान चलाया जाए। उन्होंने कहा कि कोविड-19 प्रसार पर नियंत्रण के उद्देश्य से जिले में सप्ताहांत विशेष टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है तथा उसमें जिले का प्रदर्शन भी बेहतर है। लेकिन हमारा लक्ष्य शत प्रतिशत टीकाकरण का है और इसके लिए प्रतिदिन हमें एक अभियान के तौर पर ही कार्य करना होगा। एमओआईसी व प्रखंड विकास पदाधिकारी वैक्सीनेशन और टेस्टिंग के कार्य में तेजी लाएं। जिस क्षेत्र में भी टीकाकरण किया जाना है वहां जिला स्तरीय पदाधिकारियों/ कर्मियों, जेएसएलपीएस की महिलाओं, स्थानीय मुखिया और जनप्रतिनिधियों के माध्यम से लोगों से जुड़े और उन्हें वैक्सीनेशन की महत्ता बताएं।
सिविल सर्जन ने बैठक में कहा कि सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी व एमओआईसी 45 प्लस आयु वर्ग के लोगों के वैक्सीनेशन पर विशेष ध्यान दें। उन्होंने बताया कि कोविड जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा दो वाहन तैयार किए गए हैं। जो जांच हेतु मोबाइल वाहन के रूप में कार्य करेंगे। इसमें एक वाहन अर्बन गढ़वा क्षेत्र में घूम- घूम कर टेस्टिंग का कार्य करेगा वहीं दूसरा वाहन रूरल गढ़वा के लिए नामित किया गया है। प्रखंड विकास पदाधिकारी व एमओआईसी अपने स्तर से प्रमुख चौक- चौराहों पर इस वाहन के माध्यम से जांच करा सकते हैं। ब्लॉक के सहयोग मात्र के लिए जिले से यह वाहन उन्हें उपलब्ध कराया जा रहा है, प्रखंड विकास पदाधिकारी स्वयं भी अपने स्तर से मोबाइल वैन रखकर उससे प्रखंड अंतर्गत विभिन्न चौक चौराहों पर सघन जांच अभियान चला सकते हैं। जांच के दौरान जिस क्षेत्र में भी संक्रमित मरीज पाया जाए तत्काल प्रभाव से उस क्षेत्र की घेराबंदी करवाएं और वहां जांच के माध्यम से लोगों का अधिक से अधिक सैंपल ले ताकि संक्रमण को हम प्राथमिक स्तर पर ही पहचान कर उसका इलाज कर सकें। निश्चित प्लानिंग के तहत कार्य करने से ही हम आगामी थर्डवेव से स्वयं को बचा सकते हैं।
ऑनलाइन माध्यम से आयोजित बैठक में उपायुक्त के कार्यालय प्रकोष्ठ से उपायुक्त श्री राजेश कुमार पाठक व उप विकास आयुक्त श्री सत्येंद्र नारायण उपाध्याय, सिविल सर्जन कमलेश कुमार, प्रभारी पदाधिकारी गोपनीय शाखा चंद्रजीत सिंह, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी साकेत कुमार पांडेय व ऑनलाइन माध्यम से जुड़े सभी अनुमंडल पदाधिकारी, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, सभी अंचल अधिकारी, डीपीएम जेएसएलपीएस समेत अन्य शामिल थे।