मयूरहंड(चतरा)। जिले के मयूरहंड प्रखंड में गरीबों के लिए बारिश आफत बन गई है। पिछले एक सप्ताह के अंदर हुए बारिश से दर्जनों लोगों के घर क्षतिग्रस्त हो गए है, तो अधा दर्जन कच्चे घर ध्वस्त हो गए हैं। जिन गरीबों का घर ध्वस्त हुआ है, उसमें कुछ पड़ोसी के घर तो कुछ पास के स्कूल भवन में रह रहे हैं। सिर्फ फुलांग पंचायत के महुवाई में दर्जनों गरीबों के कच्चा खपरैल मकान में वारिस का पानी घुस गया है, जिससे घर कीचड़ में तब्दील हो गया है और घर कभी भी ध्वस्त हो सकता है। पीड़ितों में सीयाराम सिंह, अलखदेव सिंह व पुष्पा देवी ने मुखिया भोला प्रसाद सिंह को समस्या से अवगत कराया, तो पीड़ितों की समस्याओं को देखते हुए श्री सिंह ने प्राथमिक विद्यालय महुवाई का ताला खोलवाकर तत्काल सभी के रहने की व्यवस्था करवायी। सभी गरीब हैं, ऐसे में विद्यालय में शरण लिए हुए हैं। पुष्पा देवी तथा मधू देवी गांव में ही नजदीकी रिश्तेदार के घर शरण लेने को मजबुर हैं। पीड़ित परिवारों ने बताया कि हम सभी किसी प्रकार विद्यालय व दूसरे के घरों में शरण लिए हुए हैं, पर मवेशियों को रखने में काफी परेशानी हो रही है। साथ ही घर में पानी घुस जाने से अनाज सहित अन्य सामान बर्बाद हो गए हैं। ऐसे में कई पीड़ित परिवारों के समक्ष भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है। पीड़ित परिवारों ने प्रखंड प्रशासन से सहायता की मांग की है। इस संबंध में बीडीओ साकेत कुमार सिन्हा ने पूछे जाने पर बताया कि फिलहाल जो विद्यालय में शरण लिए हुए हैं वो तो रहेंगे ही, अन्य पीड़ित परिवारों को रहने के लिए पंचायत सचिवालय खुलवाकर रहने की व्यवस्था उपलब्ध करायी जायेगी। इसके अलावा खाने-पीने की भी समुचित व्यवस्था उपलब्ध कराई जाएगी। पीड़ित परिवारों का नाम यदि आवास प्लस सूची में दर्ज होगी तो तत्काल स्वीकृति देने की प्रक्रिया शुरू कर उन्हें लाभ पहुंचाया जाएगा। सूची में नाम दर्ज नहीं रहने पर जांचोंपरांत आवश्यक कार्रवाई के लिए जिले के वरीय पदाधिकारियों को भेजा जाएगा।