– सह प्रभारी के रूप में उत्तराखंड की मिली जिम्मेवारी
अभय पलिवार की रिपोर्ट
गोड्डा: सांगठनिक क्षमता से भरपूर महागामा की कांग्रेस विधायक दीपिका पांडेय सिंह कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय सचिव मनोनीत की गई हैं। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने विधायक श्रीमती सिंह को पार्टी की राष्ट्रीय सचिव मनोनीत किए जाने के साथ ही उत्तराखंड का सह प्रभारी भी बनाया है। अगले साल होने वाले उत्तराखंड विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस नेतृत्व ने पार्टी की
तेजतर्रार नेत्री सह विधायक को राज्य का सह प्रभारी बनाकर एक तरह से उत्तराखंड विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है।
मालूम हो कि कांग्रेस की नव मनोनीत राष्ट्रीय सचिव दीपिका पांडेय सिंह अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की सचिव पद पर भी विराजमान हैं। महिला कांग्रेस ने उन्हें कर्नाटक राज्य का प्रभारी बनाया है। लेकिन पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने उन्हें पार्टी संगठन में नई जिम्मेवारी देकर कांग्रेस की मुख्यधारा की राजनीति में शामिल कर लिया है।
विधायक दीपिका का राजनीतिक इतिहास
विधायक दीपिका पांडे सिंह राजनीतिक घराने से ताल्लुक रखती हैं। राजनीति उन्हें विरासत में मिली है। खून में ही राजनीति समाया हुआ है।
मालूम हो कि उनकी मां प्रतिभा पांडेय वर्षों तक कांग्रेस की राजनीति में सक्रिय रहीं। संयुक्त बिहार में प्रतिभा पांडेय वर्षों तक प्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्ष पद पर कार्यरत रहीं। झारखंड के अस्तित्व में आने के बाद भी उन्हें महिला कांग्रेस अध्यक्ष की जिम्मेवारी मिली। यह बात दीगर है कि कांग्रेस में व्याप्त गुटबाजी के कारण उन्होंने कुछ वर्ष पूर्व कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया था। लेकिन मां के कांग्रेस छोड़ने के बावजूद दीपिका पांडे सिंह कांग्रेस में न सिर्फ बनीं रहीं, बल्कि उत्तरोत्तर राजनीतिक सीढ़ी तय करते हुए पार्टी में अपना महत्वपूर्ण मुकाम बनाने में कामयाब हो रही हैं।
विधायक दीपिका पांडेय सिंह की शादी भी राजनीतिक घराने में हुई है। उनके ससुर अवध बिहारी सिंह पांच टर्म तक महागामा से विधायक एवं संयुक्त बिहार की कांग्रेसी सरकारों में अनेक विभागों के मंत्री रहे।
पहली बार 2020 के चुनाव में महागामा से कांग्रेस की विधायक निर्वाचित होने वालीं दीपिका पांडेय सिंह ने छात्र जीवन से ही राजनीति का ककहरा सीखना शुरू कर दिया था। 1999 में उन्होंने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता ग्रहण की और 2010 से सक्रिय राजनीति में उतर गईं। शुरुआत में उन्हें अखिल भारतीय युवा कांग्रेस के संयुक्त सचिव की जिम्मेवारी सौंपी गई।
2014 से 2018 तक श्रीमती सिंह गोड्डा जिला कांग्रेस अध्यक्ष पद पर कार्यरत रहीं। अपनी सांगठनिक क्षमता के बल पर श्रीमती सिंह ने जिला के मृतप्राय कांग्रेस संगठन में जान फूंकने का काम किया। जिला कांग्रेस अध्यक्ष पद से हटने के बाद उन्हें अखिल भारतीय महिला कांग्रेस में सचिव पद की जिम्मेवारी सौंपी गई। इस दौरान समय-समय पर उन्हें दिल्ली, पंजाब, गुजरात, पश्चिम बंगाल आदि राज्यों का संगठन प्रभारी या सह प्रभारी भी बनाया गया। बीते पश्चिम बंगाल चुनाव के दौरान कांग्रेस नेतृत्व ने उन्हें उम्मीदवारों की चयन के लिए गठित स्क्रीनिंग कमिटी का भी सदस्य बनाया था।
बहरहाल, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने विधायक श्रीमती सिंह को कांग्रेस का राष्ट्रीय सचिव मनोनीत करने के साथ ही उत्तराखंड का सह प्रभारी बनाकर उनकी सांगठनिक क्षमता पर मुहर लगाने का काम किया है। अगले वर्ष होने वाले उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के दौरान श्रीमती सिंह की असली अग्नि परीक्षा होगी।
” मुझ पर भरोसा जताकर हमारी नेता, मार्गदर्शक माननीय कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी जी ने और हमारे नेता श्री राहुल गांधी जी, पार्टी महासचिव श्री के सी वेणुगोपाल जी और महिला कांग्रेस अध्यक्ष सुश्री सुष्मिता देव जी ने बहुत बड़ी ज़िम्मेदारी सौंपी है। इस ज़िम्मेदारी का निर्वाहन पूरी ईमानदारी, पारदर्शिता और निष्ठा के साथ निभाऊंगी।
दीपिका पांडेय सिंह
विधायक महागामा
झारखंड