रांची: झांरखण्ड अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ और झारखण्ड एमपीडब्ल्यू कर्मचारी संघ ने विभाग मे समायोजन करने और खूंटी में हुए गलत तरीके से प्राथमिकी के विरोध में 1 जून से राज्य भर में करेंगे चरणबद्ध आंदोलन।
झारखण्ड एमपीडब्ल्यूकर्मचारी संघ ने आज से 1 महीने पूर्व ही चरणबद्ध अंदोलन की अल्टीमेटम सरकार और विभाग को दे दिया था लेकिन अभी तक न तो विभाग से और न ही सरकार की तरफ से किसी प्रकार का मांगो पर विचार किया गया है , जिस कारण 1 जून से राज्य के सभी 1743 एमपीडब्ल्यू और झांरखण्ड एमपीडब्ल्यूकर्मचारी संघ चरणबद्ध आंदोलन करेगा ।
आंदोलन की रूप रेखा इस प्रकार है -:
1) 1 जून से 6 जून तक सभी 1743 एमपीडब्ल्यू बहुउदेसिये कार्यकर्ता काला बिल्ला लगाकर सरकार और विभाग का विरोध करेंगे ।
2) 7 जून को सभी कर्मी कार्य करते हुए भूख हड़ताल मे रहते हुए सभी साथी अपने जिले मे सरकार और विभाग पर विरोध दायर करेंगे ।
3) 8 जून से लेकर 14 जून तक सभी कर्मी अपने कपड़ों पर आगे पीछे तख्ती लगाकर कार्य करेंगे जिसमे यह लिखा होगा कि (माननिये मुख्य मंत्री अपनी चुनावी वादा पूरी करो हम सभी राज्य कर्मी एमपीडब्ल्यू स्वास्थ्य कर्मियो का विभाग मे अविलंभ समायोजन करो )
4) 15 जून को सभी कर्मी कार्य करते हुए सिर्फ कलमबंद हड़ताल पर रहेंगे ।
5) 16 जून को सभी कर्मी अपने जिले मे प्रतिनिधिमण्डल बनाकर सिविल सर्जन को अपना मांग पत्र सौपेंगे ।
6) 17 जून 2021 से सभी कर्मी अन ,जल छोड़कर भूख हड़ताल मे रहते हुए सभी कर्मी कार्य करेंगे और मरीजो का सेवा करेंगे अगर इस बीच किसी भी जिले के 1743 कर्मीयो में से अगर किसी भी कर्मी को कुछ होता है तो फिर हम सभी 1743 एमपीडब्ल्यू कर्मी कार्य बहिष्कार करेंगे । इस संबंध में संघ के प्रदेश महासचिव कार्तिक उरांव ने बताया कि कई वर्षो से हमलोगों के द्वारा अपनी मांगों को सरकार और विभाग के सामने रखा जा रहा है लेकिन हर बार सिर्फ आश्वासन मिलता है । जिस कारण इस बार राज्य के सभी एमपीडब्ल्यू और संघ ने आर पार की लड़ाई लड़ने की सोच ली है । एमपीडब्ल्यू स्वास्थ्य कर्मी अगर 18 ,19 जून के बाद कार्य बहिष्कार करते है तो लगभग पूरे राज्य का स्वास्थ्य व्यवस्था का कोबिड-19 और नेशनल वेक्टर बोर्न डिसीस का कार्ये पूर्ण रूपेण ठप हो जाएगा जिसकी जिम्मेवारी विभाग और राज्य सरकार की होगी । इसकी जानकारी माननीय मुख्यमंत्री,माननिये स्वास्थ्य मंत्री , मुख्य सचिव , विभागीय सचिव सहित अन्य वरीय पदाधिकारियों को भी दे दी गई है । यह जानकारी झांरखण्ड एमपीडब्ल्यू कर्मचारी संघ के प्रदेश महासचिव कार्तिक उरांव ने दिया ।