खूंटी: खूंटी पुलिस को मिली बड़ी सफलता सफलता मिली है। पुलिस और नक्सली मुठभेड़ में पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप के साथ बच निकलने वाला मनीष गोप को खूंटी पुलिस ने धर दबोचा। बता दें कि प्रतिबंधित नक्सली संगठन पीएलएफआई का कुख्यात हार्डकोर सदस्य मनीष गोप उर्फ महेश्वर गोप पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप का खास प्रहरी माना जाता था।
खूंटी एसपी आशुतोष शेखर ने प्रेस रिलीज जारी कर बताया कि गिरफ्तार नक्सली पीएलएफआई के सुप्रीमो दिनेश गोप का खासमखास था लेकिन विगत कुछ दिनों से सुप्रीमो दिनेश गोप, राजेश गोप उर्फ तिलोश्वर एवम दस्ते के अन्य नक्सलियों के साथ मतभेद होने के कारण मनीष गोप दस्ते से भाग निकला था। पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर गुमला पुलिस के सहयोग से मनीष गोप उर्फ महेश्वर को धर दबोचा।
कुख्यात मनीष गोप ने खूंटी पुलिस के पूछताछ में स्वीकार किया है कि 2020 -21 के प्रमुख चार मुठभेड़ों में पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप के दस्ते के साथ सक्रिय भूमिका में था।
गिरफ्तार मनीष गोप तीन जिलों में म 2016 से लगातार नक्सली गतिविधियों, पुलिस मुठभेड़ और अन्य वारदातों में हार्डकोर की भूमिका में सक्रिय रहा है। 2016 से अबतक मनीष गोप के कुल 8 मामले दर्ज हैं।
चाईबासा के गुदड़ी थाना में 4 मामले, गुमला जिला के कामडारा थाना में 2 मामले और रनियां थाना में 2 मामले दर्ज हैं। 17 दिसंबर 2020 को पीएलएफआई और पुलिस के बीच बान्दू मे चली मुठभेड़ में मनीष गोप शामिल था जिसमे बिहार निवासी नक्सली सोनू सिंह मुठभेड़ में मारा गया था। 18 मई 2021 को डिगरी पेराय टोली , 26 जून 2021 को जतरमा में , 16 जुलाई 2021 को बड़ा केसेल में चली मुठभेड़ में मनीष गोप शामिल था इस मुठभेड़ में पीएलएफआई एरिया कमांडर शनिचर सुरिन मारा गया था। साथ ही 27 सितंबर 2021 को बुढ़ तुमरुंग जंगल मे पुलिस और नक्सलियों के बीच चली मुठभेड़ में शामिल था और पुलिस पर फायरिंग करते हुए बच निकला था। जानकारी के अनुसार मनीष गोप उर्फ महेश्वर खूंटी जिला के जरियागढ़ थाना क्षेत्र के बड़का रेगड़े तेतरतोली का निवासी है।