पलामू से सुधीर कुमार गुप्ता की रिपोर्ट
मेदिनीनगर: छतपुर पाटन प्रखंड के समाज सेवी संग्राम सिंह ने कहा कि इस कोरोना महामारी के बीच जिले में 5000 से अधिक लोगो को 4 महीने से बृद्धा पेंशन नही मिल रहा है,इसके वजह से गरीब तत्व के बुजुर्गों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रग है।उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन व झारखंड सरकार की लापरवाही रुकने का नाम नहीं ले रही है। चार महीने से गरीब-असहायों को पेंशन नहीं मिल रही है। जिससे इस महामारी में उनकी परेशानियां बढ़ गई हैं। जबकि, सुप्रीम कोर्ट का सख्त आदेश है कि किसी भी प्रकार की पेंशन महीने के 7 तारीख तक मिल जानी चाहिए। लेकिन 4 महीने बीत जाने के बाद भी लोगों को वृद्धा, विधवा एवं दिव्यांग पेंशन नहीं मिल रहा है। जिसके कारण प्रखंड क्षेत्र के वृद्धा, विधवा एवं दिव्यांग लोगों को अपना भरण-पोषण करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पेंशनधारी बताते हैं कि अभी कोरोना काल है और पेंशन नहीं मिलने से काफी परेशानी हो रही है। उन्होंने कहा कि हमलोगों के पास जीने के सारे विकल्प बन्द हैं। जनवितरण प्रणाली की दुकान से राशन मिलता है, लेकिन पांच किलो राशन से गुजर बसर करना काफी मुश्किल है। वहीं कुलमतिया मसोमात लकवा के मरीज हैं, इन्हें प्रति महीना दो हजार रुपए की दवा लगती है। इनका कहना है कि पेंशन नहीं मिलने के कारण अपनी दवा भी नही खरीद पा रही है। मामले में सामाजिक कार्यकर्ता संग्राम सिंह ने कहा कि अगर मई माह में प्रखंड के सभी लोगों को पेंशन नहीं मिलती है तो संयुक्त ग्राम सभा के बैनर तले आंदोलन किया जाएगा। इसकी जिम्मेवार जिला व प्रखंड प्रशासन की होगी। संग्राम सिंह ने उपायुक्त से जल्द से जल्द पेंशन भुगतान कराने की मांग की है।