बोकारो से जय सिन्हा
बोकारो: गोमिया के सीटू कार्यालय में हुई बैठक.बैठक में सीटु के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष रामचंद्र ठाकुर और सीटू के राज्य कमेटी सदस्य श्याम बिहारी सिंह दिनकर मौजूद थे। रामचंद्र ठाकुर ने कहा 26 मई को मजदूरों और किसानों के ऐतिहासिक संघर्ष का 6 माह पूरा हो रहा है इसलिए 26 मई को मोदी सरकार की मजदूर व किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ संघर्ष को तेज करने का संकल्प लेना है। उन्होंने कहा गत वर्ष से कोरोनावायरस के संक्रमण के कारण देश में आई आपदा को मोदी सरकार किसानों और मजदूरों के अधिकारों के ऊपर हमले करने एवं पूंजीपतियों को मालामाल करने के लिए इस्तेमाल कर रही है। कोरोनावायरस का दूसरा लहर कहर ढाह रहा है, लाखों लोग संक्रमित हो रहे हैं और हजारों लोगों की मौतें हो रही है। इसके लिए मोदी सरकार की नीतियां और संवेदनहीनता जिम्मेवार है क्योंकि वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों की चेतावनी को नजरअंदाज करते हुए ना तो सावधानी बरतने पर जोर दिया गया और ना ही चिकित्सा व्यवस्था को मजबूत किया गया. उन्होंने कहा लॉकडाउन एवं अन्य प्रतिबंधों की वजह से रोज-रोज कमाने खाने वाले एवं अन्य छोटे व्यापारियों को जिंदा रहने लिए अपनी जरूरतों को पूरा करना कठिन हो गया है। एक तरफ केंद्रीय गोदामों में हजारों टन अनाज सड़ रहे हैं वहीं दूसरी तरफ देश की गरीब जनता अनाज के लिए दर-दर भटक रही है। पिछले केंद्रीय बजट में वैक्सीन की खरीदारी के लिए 35000 करोड की घोषणा के बाद भी वैक्सीन खरीदने के लिए राज्य सरकारों के ऊपर दबाव दिया जा रहा है, इसका नतीजा है कि आज वैक्सीनेशन की गति बहुत धीमी है। जरूरत के मुताबिक वैक्सीन उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। वहीं दूसरी तरफ 20 हजार करोड़ से नए संसद भवन का निर्माण कराया जा रहा है जो वर्तमान राजनीतिक परिस्थिति में गैर जरूरी है।
इस परिस्थिति में देश के मजदूर व किसान संगठनों ने 26 मई को काला दिवस मनाने का निर्णय लिया है।उन्होंने कहा हम झारखंड के तमाम मजदूरों किसानों व आम जनता से अपील करते हैं कि 26 मई को अपने-अपने घरों, कार्यालयों में खड़े होकर काला दिवस को मनाए। श्याम बिहारी सिंह दिनकर ने कहा बोकारो जिले के अंदर सीटू के सदस्य, समर्थक व आम मेहनतकश जनता 26 मई को इस काला दिवस में शामिल होकर मोदी सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ सीटू के नेतृत्व में चल रहे आंदोलन को अपना समर्थन देगी। इस बैठक में सीटू नेता शंकर प्रजापति, माधव चौधरी, हेमंत कुमार, बैजनाथ ठाकुर, विनय स्वर्णकार मौजूद थे।