शिक्षा में बेहतर प्रदर्शन के लिए 18 शिक्षक एवं शिक्षिकाओं को किया गया सम्मानित
गढ़वा से नित्यानंद दुबे की रिपोर्ट
गढ़वा :रविवार को शिक्षक दिवस के अवसर पर समाहरणालय के सभागार में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया जहां शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वाले शिक्षक एवं शिक्षिकाओं को उपायुक्त द्वारा सम्मानित किया गया।इस दौरान वर्चुअल मोड में जिले के 20 से अधिक प्लस टू विद्यालय के बच्चों को शिक्षक एवं विद्यार्थियों के बीच के संबंध पर आधारित हिचकी फ़िल्म भी दिखायी गयी।इसके पूर्व कार्यक्रम की औपचारिक शुभारंभ उपायुक्त शशि रंजन,उप विकास आयुक्त मेघा भारद्वाज एवं सहायक समाहर्ता आशीष अग्रवाल द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर किया गया।
शिक्षक दिवस के अवसर समाहरणालय के सभागार में जिले के + 2 स्कूल के बच्चों एवं शिक्षकों के लिए हिचकी फ़िल्म के स्क्रीनिंग की व्यवस्था की गयी थी जहां जिले के शिक्षा विभाग के पदाधिकारी समेत जिला प्रशासन के अन्य अधिकारी मौजूद थे।इसके अलावे ज़ूम ऐप के माध्यम से जिले के 20 से अधिक हाई स्कूलों को जोड़ा गया था वहीं प्रत्येक हाई स्कूल में 70 से अधिक छात्र-छात्राएं एवं शिक्षक गण उपस्थित थे।
फ़िल्म हिचकी के समाप्त होने के उपरांत शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने के हेतु विभिन्न विषयों के कुल 18 शिक्षक एवं शिक्षिकाओं को उपायुक्त शशि रंजन ने सम्मानित किया।इस दौरान उपायुक्त द्वारा सभी शिक्षक एवं शिक्षिकाओं को बतौर सम्मान प्रमाण पत्र व जेएसएलपीएस की दीदियों द्वारा बनाया गया हस्त निर्मित प्रोडक्ट सौंपा गया।
इसी तरह कार्यक्रम को सफल बनाने और बेहतर तरीके से ऑनलाइन प्रसारण करने के लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी,जिला शिक्षा अधीक्षक, एवं जिला सूचना एवं विज्ञान पदाधिकारी को भी सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर बोलते हुए उपायुक्त शशि रंजन ने शिक्षक दिवस के अवसर पर सभी शिक्षकों को बधाई देते हुए कहा कि कोई भी बच्चा अपने मां-बाप के अलावा सबसे अधिक वक्त अपने शिक्षकों के साथ ही गुजारता है।यही वजह है कि शिक्षक बच्चों के व्यक्तित्व पर गहरा प्रभाव छोड़ते हैं।शिक्षक ना सिर्फ हमें शिक्षा देते हैं बल्कि अच्छी-अच्छी चीजें भी सिखाते हैं। जीवन जीने को लेकर भी कई अच्छी बातें छात्रों से साझा करते हैं।उन्होंने कहा कि शिक्षक ही हमारे पथ प्रदर्शक होते हैं।उन्होंने कहा कि कोरोना जैसे वैश्विक महामारी में भी शिक्षा से इतर शिक्षकों ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है उसके लिए भी हम शिक्षा जमात के आभारी हैं।शिक्षक हमारे समाज को एक अच्छा नागरिक देते हैं यह गौरव करने वाला विषय है। उपायुक्त ने बच्चों से अपने शिक्षकों द्वारा सिखाई गई प्रत्येक बातों पर अमल करने की बात कही।इस दौरान पूरे कार्यक्रम का संचालन राजीव कुमार सिंह के द्वारा किया गया।
शिक्षक दिवस के अवसर पर बोलते हुए उप विकास आयुक्त मेघा भारद्वाज ने कहा कि प्रत्येक विद्यार्थी के जीवन काल में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका उनके शिक्षकों की ही होती है।उन्होंने कहा कि वर्तमान में मोड ऑफ टीचिंग जरूर बदला है लेकिन आज भी शिक्षकों का दायित्व व महत्व पहले जैसा ही है।उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों के बौद्धिक विकास एवं उन्हें अच्छा इंसान बनाने में शिक्षकों की अहम भूमिका होती है।
कार्यक्रम में शिक्षकों के सम्मान में बोलते हुए सहायक समाहर्ता आशीष अग्रावल ने कहा कि किसी भी समाज, राष्ट्र व संस्था की प्रगति व मजबूती का आधार वहां के सुशिक्षित नागरिकों के साथ आंका जाता है,जो की शिक्षक के सही मार्गदर्शन से संभव है।उन्होंने कहा कि शिक्षक के सही मार्गदर्शन से न केवल विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य व जीवन का निर्माण होता है बल्कि उन्हे जीवन के कई उतार चढ़ाव में संघर्ष करने की प्रेरणा भी मिलती है।उन्होंने कहा कि जब मैं खुद संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में दोबार असफल हुआ तो मेरे शिक्षक ही थे जिन्होंने मेरा हौसला लगातार बढ़ाए रखा।उन्होंने कहा कि शिक्षकों के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता।उन्होंने सभी शिक्षकों से कमजोर विद्यार्थियों पर विशेष ध्यान देने की बात कही।इसके अलावा कोरोना के दौरान जब स्कूल बंद थे उस वक़्त स्मार्ट क्लास का बेहतर संचालन एवं प्रबंधन करने हेतु शिक्षक शैलेंद्र कुमार शर्मा की तारीफ करते हुए उनको विशेष तौर पर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में उपायुक्त के अलावा उप विकास आयुक्त,सहायक समाहर्ता, जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला शिक्षा अधीक्षक,जिला सूचना एवं विज्ञान पदाधिकारी समेत बड़ी संख्या में शिक्षक समाहरणालय के सभागार में उपस्थित थे वहीं अन्य शिक्षक एवं विद्यार्थी ऑनलाइन माध्यम से कार्यक्रम में जुड़े थे।