प्रशिक्षण उपरान्त प्रशिक्षुओं को ऑनलाइन प्रमाणपत्र भी उपलब्ध कराया गया
गुमला: जिला प्रशासन गुमला एवं जिला स्वास्थ्य समिति गुमला के संयुक्त तत्वावधान में कोरोना संक्रमण के संभावित तीसरी लहर के प्रभाव को जिला स्तर पर प्रशिक्षित मानव बल के सहयोग से नियंत्रित करने के उद्देश्य से आज नगर भवन गुमला में एक दिवसीय प्रशिक्षण सह कार्यशाला का आयोजन किया गया।
जिलास्तरीय इन्टिग्रेटेड गवर्नमेंट ऑनलाइन ट्रेनिंग (आईगॉट) प्लैटफॉर्म के माध्यम से विभिन्न स्तर पर सेवा प्रदाताओं को प्रशिक्षण देने के साथ-साथ उनका निबंधन भी कराया गया।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए सिविल सर्जन डॉ.राजू कच्छप ने प्रशिक्षण के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि इस प्रशिक्षण के माध्यम से वैश्विक महामारी कोविड-19 के दौरान कुशलतापूर्वक कार्यों का संपादन करने में संलग्न फ्रंटलाइन कर्मियों की क्षमता विकास की जाएगी। आईगॉट प्लैटफॉर्म विभिन्न कोविड योद्धाओं यथा चिकित्सकों, नर्सों, डेंटिस्ट एवं आयुष चिकित्सकों, लैब प्रोफेशनल, संबद्ध एवं स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं, मनोवैज्ञानिक एवं व्यावहारिक स्वास्थ्य प्रदाताओं, फ्रंटलाईन कर्मियों, स्वयंसेवकों, जिला प्रशासन एवं मीडिया कर्मियों को ऑनलाइन प्रशिक्षण प्रदान करते हुए उन्हें कोविड-19 महामारी से लड़ने में सहायता प्रदान करता है। उक्त प्लैटफॉर्म पर कोविड समुचित व्यवहार तथा कोविड संक्रमण से बचाव के उपायों के निमित्त विभिन्न प्रशिक्षण पाठ्यक्रम तैयार किए गए हैं। जिसे संबधित प्रतिभागी अपना स्वपंजीकरण करने के पश्चात् सुविधानुसार समय पर ऐप पर लॉगइन कर प्रशिक्षण प्राप्त कर सकते हैं।
कार्यशाला में परियोजना निदेशक आईटीडीए इंदु गुप्ता ने कहा कि वर्ष 2020 में कोविड-19 का भयावह रूप देखने को मिला। इस वर्ष पुनः कोविड-19 के द्वितीय लहर के विक्राल रूप से हम जिलावासी रूबरू हुए। वर्तमान में कोविड-19 के संभावित तीसरे लहर से बचाव एवं रोकथाम हेतु कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद महत्वपूर्ण है। जिसमें प्रमुख रूप से कोविड समुचित व्यवहार का अनुपालन शामिल है। कोविड समुचित व्यवहार का अनुपालन ही कोविड-19 की तीसरी लहर के रोकथाम में प्रभावी है। इसके साथ ही टीकाकरण के प्रति आमलोगों में फैलने वाली भ्रांतियों पर अंकुश लगाना भी अतिआवश्यक है। इसके लिए उन्होंने स्वास्थ्य विभाग से ऐसे इलाके जहाँ लोगों में कोरोना टीकाकरण को लेकर भ्रम एवं भ्रांतियां पाई जा रही हैं, में जाकर लोगों को जागरूक करने हेतु अनुरोध किया।
कार्यशाला में अपर समाहर्त्ता सुधीर कुमार गुप्ता ने कहा कि कोविड-19 से बचाव के निमित्त कोविड समुचित व्यवहार, टेस्टिंग, ट्रेसिंग, ईलाज एवं टीकाकरण बेहद महत्वपूर्ण हैं। किंतु इन सबमें से सर्वाधिक ध्यान देने वाला विषय है कोविड समुचित व्यवहार का आनुपालन। उन्होंने बताया कि कोविड समुचित व्यवहार का अनुपालन ही कोरोना संक्रमण से बचाव में एकमात्र उपाय है। इसके तहत मास्क का प्रयोग, सामाजिक दूरी का अनुपालन, हाथ धुलाई/ सैनेटाईजेशन आदि का अनुपालन अनिवार्य है। उन्होंने बताया कि कोविड-19 केवल फ्रंटलाईन कर्मियों, स्वास्थ्य कर्मियों एवं सरकारी सेवकों के परस्पर सहयोग से ही खत्म नहीं किया जा सकता। अपितु इस वायरस के खात्मे में पूरे समाज की सहभागिता बेहद महत्वपूर्ण है।
कार्यशाला में उप विकास आयुक्त संजय बिहारी अंबष्ठ ने प्रशिक्षण कार्यशाला के विषय में कहा कि इस एक दिवसीय कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य कोविड-19 की आगामी संभावित तृतीय लहर से बचाव हेतु फ्रंटलाइन कर्मियों सहित विभिन्न स्तर पर सेवा प्रदाताओं के क्षमता का विकास करना है। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण हेतु ऑनलाइन उपलब्ध प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों के माध्यम से इस दिशा में विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की जाएगी। उन्होंने आगे कहा कि फ्रंटलाइन कर्मियों सहित समाज के प्रत्येक नागरिकों के लिए कोविड-19 के प्रसार तथा उनके रोकथाम में उपयोगी तथ्यों की जानकारी रखना बेहद आवश्यक है। उन्होंने कहा कि आपदा दस्तक देकर नहीं आती, अतः हमें सतर्क एवं सजग रहने की आवश्यकता है।
कार्यशाला के दौरान डब्लूएचओ के डॉ.मृत्युंजय ने पावरप्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से झारखंड राज्य एवं गुमला जिले के परिप्रेक्ष्य में कोविड-19 के प्रसार, कुल मामलों, मृत्यु दर आदि के संचयी तथ्य एवं आंकड़े प्रस्तुत किए। इसके पश्चात् डीपीएम स्वास्थ्य जया रेशमा खाखा ने आईगॉट ऐप के माध्यम से प्रशिक्षुओं को पंजीकरण की प्रक्रियाओं से अवगत कराया। ऐप पर उपलब्ध प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों के माध्यम से प्रशिक्षुओं ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। ज्ञातव्य है कि प्रशिक्षण पूर्ण होने के पश्चात् उक्त प्लैटफॉर्म पर प्रशिक्षुओं को प्रमाणपत्र भी उपलब्ध कराया गया।
उपस्थिति
कार्यशाला में परियोजना निदेशक आईटीडीए इंदु गुप्ता, सिविल सर्जन डॉ.राजू कच्छप, उप विकास आयुक्त संजय बिहारी अंबष्ठ, अपर समाहर्त्ता सुधीर कुमार गुप्ता, अनुमंडल पदाधिकारी चैनपुर प्रीतिलता किस्कू, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी सीता पुष्पा, प्रखंड विकास पदाधिकारी बसिया रविंद्र कुमार गुप्ता, सिसई सुनिला खलखो, घाघरा विष्णुदेव कच्छप, अंचलाधिकारी बसिया रविंद्र पाण्डेय, डीपीएम पंचायती राज शशि किरण, डीपीएम स्वास्थ्य जया रेशमा खाखा, डब्लूएचओ के डॉ. मृत्युंजय, स्वास्थ्य विभाग के राजीव, एडीएफ स्वास्थ्य प्रियंका, डीस्ट्रिक्ट प्रोजेक्ट कॉर्डिनेटर यूनिसेफ अपूर्वा, एपीओ डीआरडीए इर्फान, एसएमपीओ रेचल जोजोवार, लिपिक (जनसंपर्क विभाग) स्वाती तिर्की सहित अन्य विभागीय पदाधिकारी एवं कर्मीगण उपस्थित थे।