– पुल पर फंसे लोगों को 8 घंटे बाद रेस्क्यू कर निकाला गया बाहर
– लगातार भारी वर्षा से मेहरमा एवं ठाकुरगंगटी क्षेत्र में जनजीवन अस्त व्यस्त
विजय कुमार की रिपोर्ट
मेहरमा : चक्रवाती तूफान यास के कारण हो रही लगातार मूसलाधार बारिश ने ठाकुरगंगटी एवं मेहरमा प्रखंड में आम लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। सुजांकित्ता के पास एक नदी के उच्चस्तरीय पुल पर 8 घंटे बाद फंसे लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित बचाया गया। वहीं झमारिया नदी में दो युवाओं के तेज धार में बह जाने के बाद एक को कड़ी मशक्कत के बाद बचाया गया, जबकि दूसरा खबर लिखे जाने तक देर शाम लापता था।
बताते चलें कि 27 मई गुरूवार को संध्या से ही लगातार हो रही मूसलाधार वारिश की वजह से दोनों प्रखंड क्षेत्र की सभी नदियों और तालाबों का जलस्तर काफी बढ़ गया है। पूरे क्षेत्र में प्रलयकारी जल ही जल दिखाई पड़ने लगा। फिर भी शुक्रवार की सुबह तक स्थिति सामान्य थी। परंतु सुबह 7 बजे के बाद अचानक से प्रखंड क्षेत्र के सभी नदियों एवं झमरिया नदी हो या सुजान किता के पास बहने वाली नदी, सभी नदियों का जलस्तर काफी बढ़ गया। नदियां अपने उफान पर आकर अपने दोनों तरफ गांवों में प्रवेश करने लगी। इसी दरम्यान सुबह चांदा और समदा के बीच सुजानकिता के पास बने उच्चस्तरीय पुल पर आधा दर्जन से अधिक लोग फंस गए, जिसके कारण कई घंटों तक लोग परेशान रहे। इसकी सूचना अधिकारियों को होने पर स्थानीय ग्रामीणों की मदद से उसे रेस्क्यू कर कड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाला गया। जिसके बाद तेज पानी के बहाव में फंसे लोगों ने राहत की सांस ली। पानी का बहाव इतना तेज था कि फंसे हुए लोगों को देखकर किसी में भी उन्हें बचाने की हिम्मत नहीं हुई। क्योंकि इन नदियों में पानी का बहाव इतना तेज हो रहा था कि तीन चार फीट पानी में भी जमीन पर पैर रख कर नहीं चला जा सकता है। स्थानीय ग्रामीणों के द्वारा मामले की जानकारी ठाकुरगंगटी थाना और प्रखंड विकास पदाधिकारी मेघनाथ उरांव को दिया गया। जिसके बाद उन्हें बचाने की कवायद शुरू हुई। महागामा अनुमंडल पदाधिकारी जितेंद्र कुमार देव, ठाकुरगंगटी प्रखंड विकास प्राधिकारी मेघनाथ उरांव ठाकुरगंगटी थाना प्रभारी फुलेश्वर प्रसाद सिंह, फुलवरिया पंचायत की मुखिया सलोनी मुर्मू, चांदा पंचायत के मुखिया योगेश यादव, चपरी पंचायत के मुखिया प्रफुल्ल महतो सहित अन्य व्यक्ति आधा किलोमीटर दूर खड़े होकर दर्शक की तरह देखते रहे और किसी ने भी नदी के तेज रफ्तार में उतरने की साहस नहीं दिखाई। लगभग 7 घंटे बाद जब जलस्तर घटा तो नियामचक और बहादुर चक के तेज तर्रार युवाओं ने हिम्मत दिखाई और किसी तरह सुजानकित्ता पुल पर पहुंचे और एक-एक कर सभी लोगों को पकड़कर रेस्क्यू कर बाहर निकाला तब जाकर अधिकारियों ने चैन की सांस ली। सभी अधिकारी वहां तब तक वहां जमे रहे जब तक कि सभी लोगों को बाहर निकाल नहीं लिया गया। मोटर साइकिल, साइकिल व टेम्पु पुल के ऊपर ही है।
वहीं दूसरी तरफ झमरिया नदी में इमली घाट सनहोली के पास उच्च स्तरीय पुल पर अपने बाइक को खड़ा कर सन्हौली जा रहे दो युवक नदी की तेज वहाव में बह गए। जबकि एक युवक ने नदी के ऊपर किनारे आम के वृक्ष को पकड़कर किसी तरह अपने को बचाया, जबकि दूसरा युवक नदी की तेज धार में बह गया। देर शाम तक उसकी खोज नहीं की जा सकी है। जबकि सैकड़ों ग्रामीण सनौली से लेकर डोय तक नदी के किनारे जलस्तर घटने पर लगातार उसकी खोज कर रहे हैं। नदी में बह गए युवक का नाम अनिल महतो (18), पिता आनंद महतो गांव बाघाकोल का रहने वाला बताया जा रहा है। उसके साथी युवक जिन की जान बच गई है उनका नाम रोहित कुमार महतो, पिता मनोज महतो है, जो बाघाकोल गांव का रहने वाला है।लापता युवक की खोज कर रहै लोगों का कहना है कि काफी कठिनाई से खोजने के बाद भी पता नहीं चल पाया है। इधर युवक के लापता होने से परिजन काफी परेशान है और रो रो कर बुरा हाल है। साथ ही इसकी सूचना स्थानीय प्रशासन को दे दिया गया है।