गोड्डा: केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ तथा देश की जनता के लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा के लिए स्थानीय शहीद स्तंभ परिसर में बुधवार को विपक्षी दलों द्वारा संयुक्त रुप से धरना कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कांग्रेस, झारखंड मुक्ति मोर्चा, राष्ट्रीय जनता दल, सीपीआई, सीपीएम, सीपीआई एमएल के नेता एवं कार्यकर्ता धरना में शामिल हुए। धरना स्थल पर आयोजित सभा का संचालन धनंजय यादव जी कर रहे थे। धरना कार्यक्रम को मुख्य रूप से भाकापा (माले) के नेता नलिनी धर सहाय अरुण, सहाय, दशरथ मंडल, अशोक साह, मुन्नी देवी, रामदास साह, कांग्रेस के जिलाध्यक्ष दिनेश यादव, महागामा के पूर्व कांग्रेस विधायक राजेश रंजन, राजीव मिश्रा, माकपा के पंकज कुमार झा, झारखंड मुक्ति मोर्चा के पूर्व जिला अध्यक्ष राजेश मंडल, सचिव वासुदेव सोरेन, झामुमो के केंद्रीय समिति सदस्य घनश्याम यादव, शिव शंकर मंडल, नाहिदा परवीन, खुशबूदार खातून, जाहिदा परवीन, किंकर चौहान, मदन महतो, मोहम्मद इरफान, मुन्ना खुर्शीद,अवध किशोर हांसदा, राजू हांसदा, सीपीआई के अशोक शाह, त्रिवेणी कुमार, लंबोदर महतो, श्रवण मंडल ने संबोधित करते हुए केंद्र की भाजपा सरकार को किसान विरोधी एवं जन विरोधी करार दिया। बढ़ती महंगाई को भाजपा सरकार के विरुद्ध विपक्षी दलों के नेता हमलावर रहे। उन्होंने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने एवं किसानों की मांगों को पूरा करने की मांग की।सभी वक्ताओं ने अपने भाषण में केंद्र की मोदी सरकार को जमकर कोसा ।तत्पश्चात उपायुक्त को ज्ञापन सौंपने के लिए राजेश मंडल, अरुण सहाय, दिनेश यादव, दशरथ मंडल, घनश्याम यादव, वासुदेव सोरेन समाहरणालय गए ।उपायुक्त की अनुपस्थिति में कार्यालय के लिपिक को ज्ञापन सौंपा गया। राष्ट्रपति के नाम संबोधित ज्ञापन में किसान विरोधी तीनों काला कानून वापस लेने के की मांग प्रमुखता से शामिल है। ग्यारह सूत्री ज्ञापन में स्थानीय मांगें भी शामिल है ।